दिल में हीरो बनने की चाह लिए, हर रोज सैकड़ों लोग सपनों के शहर मुंबई में कदम रखते हैं. हालांकि, उनमें से सिर्फ उन्हीं लोगों को मंजिल मिल पाती है, जो ढेरों रिजेक्शन झेलने के बाद भी हार नहीं मानते हैं, एक रास्ता बंद होता है तो वो कोई दूसरा रास्ता ढूंढ लेते हैं और लगातार कोशिश जारी रखते हैं. अमरीश पुरी भी एक ऐसे ही शख्स रहे हैं, जिन्होंने रिजेक्शन का तो सामना किया, लेकिन कभी हार नहीं मानी. एक समय था जब उन्हें हीरो के रोल से रिजेक्ट कर दिया गया था, लेकिन उन्होंने अपनी उम्दा अदाकारी का ऐसा जादू चलाया कि वो विलेन बनकर हीरो पर भी भारी पड़ गए.