(अदिति खन्ना)
लंदन, 15 अक्टूबर (भाषा) पूर्वी इंग्लैंड के शहर पीटरबरो में एक सामुदायिक केंद्र में स्थित लगभग 40 साल पुराने एक हिंदू मंदिर ने बंद किए जाने के खतरे के खिलाफ याचिका दायर की है जिस पर हजारों हस्ताक्षर किए गए हैं। इमारत की बिक्री प्रक्रिया के कारण मंदिर के बंद होने का खतर है।
भारत हिंदू समाज मंदिर की स्थापना 1986 में शहर के न्यू इंग्लैंड कॉम्प्लेक्स में हुई थी। यह मंदिर कैम्ब्रिजशायर, नॉरफॉक और लिंकनशायर क्षेत्रों के लगभग 13,500 हिंदुओं की आस्था का केंद्र है। मंदिर ने पिछले हफ्ते पीटरबरो सिटी काउंसिल के समक्ष अपनी ई-याचिका की शुरुआत की थी।
यह मंदिर उस परिसर की खुले बाजार में बिक्री और बोली प्रक्रिया का विरोध कर रहा है, और काउंसिल के पहले के 8,00,000 पाउंड के प्रस्ताव के पक्ष में है।
समर्थन जुटाने के लिए मार्च 2026 तक जारी रहने वाली ई-याचिका में लिखा है, ‘‘मंदिर सिर्फ एक इमारत नहीं है - यह पीटरबरो के सामुदायिक जीवन की आधारशिला है, जिससे लगभग 13,500 हिंदू और सभी पृष्ठभूमियों के अनगिनत लोग जुड़े हैं। इसे खोना शहर की एक अहम संपत्ति को खोना होगा।’’
मंदिर की ओर से कहा गया है, ‘‘हिंदू त्योहारों को मनाने से लेकर पूर्वी यूरोपीय क्रिसमस समारोहों के आयोजन तक तथा बच्चों के खेल क्लबों से लेकर सांस्कृतिक शिक्षा और धर्मार्थ गतिविधियों तक, मंदिर सभी के लिए एक अहम स्थान है। यह एकता, विविधता और सामुदायिक कल्याण का प्रतीक है, जो पीटरबरो की एक खुले, बहुसांस्कृतिक शहर के रूप में प्रतिष्ठा को मजबूत करता है जहां सभी परंपराओं का सम्मान किया जाता है।’’
स्थानीय परिषद ने परिसर को खुले बाजार में बेचने के अपने निर्णय का बचाव किया तथा इस बात पर जोर दिया कि मौजूदा किरायेदारों के अधिकारों को ध्यान में रखा जाएगा।
पीटरबरो नगर परिषद में वित्त एवं कारपोरेट प्रशासन के सदस्य व पार्षद मोहम्मद जमील ने कहा, ‘‘हम समझते हैं कि हिंदू समुदाय के लिए यह एक चिंताजनक समय है, हालांकि, हमें चिह्नित की गई अपनी सभी सामुदायिक संपत्तियों को खुले बाजार में बेचना होगा ताकि करदाताओं को सर्वोत्तम संभव मूल्य मिल सके।’’
उन्होंने कहा कि सभी बोलीदाताओं से यह बताने के लिए कहा गया है कि वे वर्तमान निवासियों के साथ कैसे काम करेंगे। बोली पर अंतिम निर्णय अगले साल परिषद की कैबिनेट बैठक में लिए जाने की उम्मीद है।
भाषा संतोष अविनाश
अविनाश