कराची, 15 अक्टूबर (भाषा) कराची के बाहरी इलाके में स्थित अफगान बस्ती (शरणार्थी शिविर) में पाकिस्तान के अधिकारियों द्वारा विध्वंस अभियान के दौरान प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प में कुछ लोग घायल हो गए।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (पश्चिम) तारिक मस्तोई ने बताया कि यह अभियान अब इसलिए चलाया जा रहा है क्योंकि शिविर में रह रहे लगभग 8000 अफगान अपने घर लौट चुके हैं और यहां कंक्रीट से बने घर और दुकानें रह गई हैं, जिन पर अब भूमि माफिया कब्ज़ा कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि विध्वंस अभियान के दौरान अफवाहों के कारण सिर्फ मामूली झड़पें हुईं।
मस्तोई ने कहा, 'जब हमने आज सुबह अभियान शुरू किया तो कुछ शरारती तत्वों के साथ मामूली झड़पें हुईं, क्योंकि किसी ने अफ़वाह फैलाई दी कि कानूनी दस्तावेजों के साथ वहां रह रहे अफगानों को निशाना बनाया जाएगा, लेकिन जब हमने उन्हें समझाया कि हम क्या कर रहे हैं, तो शांति बहाल हो गई।'
उन्होंने कहा कि झड़पों के दौरान केवल कुछ लोग जख्मी हुए।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने कहा, 'अफगान शरणार्थी शिविर लगभग 40 साल पहले 200 एकड़ सरकारी जमीन पर स्थापित किया गया था। हम सरकार की जमीन को पुनः प्राप्त करने के लिए केवल ढांचों को गिरा रहे हैं।'
मस्तोई ने कहा कि 40 से अधिक वर्षों में, शिविर में रहने वाले लगभग 15,000 अफगानों ने कंक्रीट की लगभग 3000-3500 की संरचनाएं बनाई थीं और उनमें से आधे अब अपने वतन लौट चुके हैं।
उन्होंने कहा कि यह अभियान दो-तीन दिनों में पूरा हो जाएगा, जिसके बाद सरकार फैसला करेगी कि जमीन का क्या करना है।
यह अभियान ऐसे समय में शुरू किया गया है जब पाकिस्तानी सेना का अफगानिस्तान के साथ टकराव चल रहा है।
भाषा नोमान प्रशांत
प्रशांत