नयी दिल्ली, 15 अक्टूबर (भाषा) भारतीय नौसेना विशाखापत्तनम में 14 से 17 अक्टूबर तक भारत-इंडोनेशिया संयुक्त समुद्री अभ्यास की मेजबानी कर रही है। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी।
यह अभ्यास अंतर-संचालन क्षमता को बढ़ाने, आपसी समझ को मजबूत करने और दोनों नौसेनाओं की साझा प्रतिबद्धताओं को दर्शाने के मकसद से किया जा रहा है।
रक्षा मंत्रालय ने बताया कि इस अभ्यास में भाग लेने वाली इकाइयों में पूर्वी नौसेना कमान (ईएनसी) के तत्वावधान में पूर्वी बेड़े का एक पनडुब्बी रोधी युद्धक पोत - ‘आईएनएस कवरत्ती’ और इंडोनेशियाई नौसेना का पोत केआरआई जॉन लाइ शामिल हैं। विशाखापत्तनम पहुंचने पर ईएनसी द्वारा उनका गर्मजोशी से स्वागत किया गया।
अधिकारी ने कहा कि समुद्र शक्ति अभ्यास हिंद-प्रशांत क्षेत्र में स्थिरता और शांति बनाए रखने के लिए दोनों देशों की साझा प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि यह एक महत्वपूर्ण द्विपक्षीय अभ्यास है जिसका उद्देश्य दोनों नौसेनाओं के बीच अंतर-संचालन क्षमता को बढ़ाना, आपसी समझ को मजबूत करना और दोनों देशों की साझा प्रतिबद्धताओं को दर्शाना है।
बंदरगाह चरण में सौहार्द और पेशेवर तालमेल बनाने के उद्देश्य से कई गतिविधियां हैं जिनमें ‘क्रॉस-डेक’ दौरे, संयुक्त योग सत्र, मैत्रीपूर्ण खेल और पेशेवर विषय विशेषज्ञों का आदान-प्रदान शामिल है।
इसमें कहा गया है कि समुद्री चरण में सामरिक समन्वय बढ़ाने के उद्देश्य से गतिशील और जटिल समुद्री अभियान शामिल होंगे जिसमें हेलीकॉप्टर संचालन, वायु रक्षा अभ्यास, हथियार फायरिंग अभ्यास और दौरा, बोर्ड, सर्च और जब्ती (वीबीएसएस) अभ्यास शामिल होंगे।
भाषा यासिर नरेश
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