नयी दिल्ली, 15 अक्टूबर (भाषा) श्रीलंका की प्रधानमंत्री हरिनी अमरसूर्या बृहस्पतिवार से तीन दिवसीय दौरे पर भारत आएंगी।
शीर्ष पद का कार्यभार संभालने के बाद यह उनकी पहली भारत यात्रा होगी।
विदेश मंत्रालय ने कहा कि अमरसूर्या आपसी हितों के द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा करने के लिए भारतीय राजनीतिक नेताओं से मिलेंगी।
अमरसूर्या की भारत यात्रा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की श्रीलंका यात्रा के छह महीने बाद हो रही है।
विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि श्रीलंका की प्रधानमंत्री की यात्रा भारत और श्रीलंका के बीच नियमित उच्च स्तरीय आदान-प्रदान की परंपरा को जारी रखेगी, तथा गहरे और बहुआयामी द्विपक्षीय संबंधों को आगे बढ़ाएगी।
बयान में कहा गया, 'यह भारत के 'महासागर विजन' और 'पड़ोसी प्रथम' नीति से सुदृढ़ होते हुए दोनों देशों के बीच मैत्री संबंध को और मजबूत करेगा।'
मोदी ने मार्च में मॉरीशस की अपनी यात्रा के दौरान 'ग्लोबल साउथ' के साथ भारत की भागीदारी के लिए विजन महासागर या 'क्षेत्रों में सुरक्षा और विकास के लिए पारस्परिक और समग्र उन्नति' की घोषणा की थी।
श्रीलंका की प्रधानमंत्री 'एनडीटीवी वर्ल्ड समिट' में मुख्य भाषण भी देंगी।
विदेश मंत्रालय के अनुसार, अमरसूर्या (जो श्रीलंका के शिक्षा मंत्री भी हैं) शिक्षा और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में सहयोग की संभावनाओं का पता लगाने के लिए भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) दिल्ली के साथ-साथ नीति आयोग का भी दौरा करेंगी।
दिल्ली विश्वविद्यालय के हिंदू कॉलेज की पूर्व छात्रा अमरसूर्या अपने शिक्षण संस्थान का भी दौरा करेंगी।
विदेश मंत्रालय ने कहा कि इसके अलावा, वह दोनों देशों के बीच वाणिज्यिक संबंधों को मजबूत करने के लिए एक व्यापारिक कार्यक्रम में भी भाग लेंगी।
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राखी नरेश
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