कोझीकोड (केरल), 15 अक्टूबर (भाषा) कोझीकोड के पेराम्बरा में हाल ही में हुए लाठीचार्ज के दौरान कथित तौर पर विस्फोटक फेंकने के मामले में संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चा (यूडीएफ) के पांच कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने बुधवार को यह जानकारी दी।
इस लाठीचार्ज के दौरान सांसद शफी परम्बिल को चोटें आई थीं।
हिंसा में कथित रूप से शामिल यूडीएफ कार्यकर्ताओं के घरों पर आज सुबह की गई छापेमारी के बाद ये गिरफ्तारियां की गईं।
एक पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘‘पांच यूडीएफ कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया है। उन्हें बाद में अदालत में पेश किया जाएगा।’’
हालांकि, कांग्रेस नेतृत्व ने पुलिस कार्रवाई की तीखी आलोचना की और इसे ‘‘अस्वीकार्य’’ बताया।
युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष ओ जे जनीश ने कहा कि पुलिस ने उन पार्टी कार्यकर्ताओं के घरों पर छापेमारी की, जिन्होंने पेराम्बरा विरोध प्रदर्शन में हिस्सा भी नहीं लिया था।
उन्होंने कहा कि पुलिस ने युवा कांग्रेस की महिला महासचिव के घर पर छापा मारकर उनके पति को गिरफ्तार कर लिया। एक अन्य कार्यकर्ता के घर की तलाशी ली गई, जो विरोध प्रदर्शन में शामिल नहीं हुआ था।
जनीश ने आरोप लगाया, ‘‘ये पुलिस की जवाबी कार्रवाई के समान है। गिरफ्तार कार्यकर्ताओं के साथ थाने में बुरा व्यवहार किया गया और पुलिस कर्मियों ने उनके साथ अभद्र भाषा में बात की।’’
उन्होंने पुलिस पर पेराम्बरा में हालिया विरोध प्रदर्शन के दौरान मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के कार्यकर्ताओं के साथ यूडीएफ कार्यकर्ताओं के खिलाफ ‘‘हिंसा फैलाने’’ का भी आरोप लगाया।
पेराम्बरा पुलिस ने 10 अक्टूबर को कांग्रेस नीत यूडीएफ कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच हुई हिंसक झड़प के वीडियो फुटेज के आधार पर सोमवार रात ‘‘अज्ञात’’ व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज किया था।
प्राथमिकी के अनुसार 10 अक्टूबर की घटना की जांच के तहत विभाग के फोटोग्राफर ने उस दिन ली गई फुटेज की जांच की।
प्राथमिकी में कहा गया है कि यह पाया गया कि ‘‘अवैध रूप से एकत्रित’’ हुए यूडीएफ कार्यकर्ताओं में से किसी ने पुलिस अधिकारियों के आधिकारिक कर्तव्य में बाधा डालने और उनके जीवन को खतरे में डालने के इरादे से एक ‘‘विस्फोटक उपकरण’’ फेंका।
इसमें कहा गया है कि ‘‘विस्फोटक उपकरण’’ पुलिस अधिकारियों के बीच गिर गया और तेज आवाज के साथ फट गया।
गौरतलब है कि 10 अक्टूबर को पेराम्बरा में पुलिस लाठीचार्ज के बाद कांग्रेस और यूडीएफ ने राज्यव्यापी विरोध प्रदर्शन किया था, जिसमें पुलिस कर्मियों पर परम्बिल को निशाना बनाने का आरोप लगाया गया था।
परम्बिल की नाक में फ्रैक्चर हो गया है और उनका कोझीकोड के एक अस्पताल में इलाज हो रहा है।
भाषा गोला शफीक
शफीक