कर्नाटक के बीदर शहर से लगभग 12 किलोमीटर दूर जरानी नरसिम्हा स्वामी मंदिर, भगवान विष्णु के चौथे अवतार भगवान नरसिम्हा को समर्पित है। गुफा के अंदर बने इस मंदिर के अंदर पानी बहता रहता है और श्रद्धालुओं को पूजा करने के लिए पानी के बीच से ही गुजरना पड़ता है।
भगवान नरसिम्हा की मूर्ति तक पहुंचने से पहले, मंदिर में आने वाले श्रद्धालु सबसे पहले धारासुर नामक राक्षस राजा को सम्मान देते हैं। मंदिर में साल भर श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है। गर्भगृह तक पहुंचने के लिए पानी में से होकर गुजरना होता है जिसका अनुभव बेहद खास होता है। इस मंदिर में श्रद्धालुओं की आस्था बहुत ज्यादा है। देश के कोने कोने से श्रद्धालु यहां पहुंचते हैं और भगवान नरसिम्हा से आशीर्वाद लेते हैं।