बारिश का मौसम आने से पहले गोवा में परंपराओं को निभाने की शुरुआत हो गई है। पणजी में लोगों को साओ जोआओ उत्सव मनाते हुए देखा गया। इसे मानसून का स्वागत करने के लिए गोवा के कैथोलिक समुदाय के लोग गर्मियों में मनाते हैं।
साओ जोआओ उत्सव के दौरान यहूदी उपदेशक सेंट जॉन द बेपटिस्ट की जयंती भी मनाई जाती है।इनके बारे में कहा जाता है कि सेंट जॉन ने जॉर्डन नदी में प्रभु यीशु को ईसाई बनाने की रस्म कराई।
सेंट जॉन का पुर्तगाली में मतलब साओ जोआओ है। जॉन द बैपटिस्ट को संत माना जाता है। उन्होंने यीशु मसीह की काफी मदद की थी।
परंपरा के मुताबिक लोग "विवा साओ जोआओ" चिल्लाते हुए कुओं और स्विमिंग पूल में डाले गए तोहफों को तलाशने की कोशिश करते हैं। माना जाता है कि पानी में कूदने से आने वाला साल अच्छा हो जाता है।