मिस्र के शर्म अल-शेख शहर में आज होने वाले गाजा शांति शिखर सम्मेलन में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप समेत दुनिया के 20 बड़े नेता शामिल होंगे. प्रधानमंत्री मोदी को भी सम्मेलन में शामिल होना था, हालांकि उनकी जगह विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह काहिरा पहुंचे हैं. वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति भी अमेरिका से रवाना हो चुके हैं. बता दें कि इजराइल-हमास शांति समझौते के ऐलान के बाद से यह उनकी पहली यात्रा है. इजराइल रवाना होने से पहले ट्रंप ने कहा कि हर कोई बेहद उत्साहित है. ऐसा पहले कभी नहीं हुआ. अक्सर अगर एक पक्ष खुश होता है, तो दूसरा नाराज रहता है. लेकिन इस बार सब लोग खुश हैं.
वहीं एक बार फिर ट्रंप ने भारत पाकिस्तान संघर्ष को रोकने का क्रेडिट लेते हुए कहा कि मैंने कुछ युद्धों का निपटारा सिर्फ टैरिफ के आधार पर किया. उदाहरण के लिए, भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष, मैंने कहा कि अगर आप लोग युद्ध लड़ना चाहते हैं और तो मैं आप दोनों पर भारी टैरिफ लगाऊंगा, जैसे 100 प्रतिशत, 150 प्रतिशत और 200 प्रतिशत. मैंने कहा कि मैं टैरिफ लगा रहा हूं. ट्रंप ने दावा किया कि उन्होंने टैरिफ की वजह से मामले को 24 घंटे में सुलझा लिया. उन्होंने कहा कि अगर मेरे पास टैरिफ नहीं होते, तो युद्ध का निपटारा कभी नहीं कर पाता.
ट्रंप ने इजराइल हमास के जिक्र करते हुए कहा कि यह मेरा आठवां युद्ध होगा, जिसे मैंने सुलझाया है, और मैंने सुना है कि पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच भी युद्ध चल रहा है. उन्होंने कहा कि मैं युद्ध सुलझाने में माहिर हूं. भारत और पाकिस्तान के बारे में सोचो. उन कुछ युद्धों के बारे में सोचो जो सालों से चल रहे थे. एक युद्ध 31 सालों से चल रहा था, एक 32 सालों से, एक 37 सालों से, जिसमें हर देश में लाखों लोग मारे जा रहे थे और मैंने उनमें से ज़्यादातर को एक दिन के अंदर ही निपटा दिया. यह बहुत अच्छा है.
ट्रंप ने कह कि ऐसा करना सम्मान की बात है. मैंने लाखों लोगों की जान बचाई है. नोबेल समिति के लिए पूरी ईमानदारी से कहूं तो यह 2024 के लिए था. यह (नोबेल शांति पुरस्कार) 2024 के लिए चुना गया था, लेकिन कुछ लोग कहते हैं कि आप अपवाद बना सकते हैं क्योंकि 2025 के दौरान बहुत सी चीजें हुईं जो पूरी हो चुकी हैं और महान हैं. लेकिन मैंने यह नोबेल के लिए नहीं किया. मैंने यह जीवन बचाने के लिए किया.
बता दें कि मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी और अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप इस शांति शिखर सम्मेलन की सह-अध्यक्षता करेंगे. इस दौरान गाजा में युद्धविराम और पश्चिम एशिया में शांति लाने के तरीकों पर चर्चा की जाएगी. यह सम्मेलन ट्रंप की गाजा शांति योजना के पहले चरण के प्रभावी होने के कुछ दिनों बाद होने जा रहा है. ट्रंप के अलावा इस सम्मेलन में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर, इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस भी शामिल होंगे. विदेश राज्यमंत्री कीर्ति वर्धन भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे.