भारत की तरह अमेरिका के भी अलग-अलग प्रांतों में छठ महापर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है। वर्जीनिया में गुरुवार को दिनभर छठ के गीत गूंजते रहे। सैकड़ों प्रवासी भारतीय पोटोमैक नदी के किनारे छठ मनाने के लिए जमा हुए। पूरे दिन पूजा की तैयारियां करने के बाद श्रद्धालुओं ने डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया।
छठ का पर्व सूर्य देव और छठी मईया को समर्पित है। नदी के किनारे श्रद्धालु पारंपरिक भारतीय वेशभूषा में थे। अलग-अलग बैकग्राउंड का होने के बावजूद हर कोई छठी मईया की आराधना में डूबा था। कुछ श्रद्धालुओं ने बताया कि उन्हें देखकर कुछ गैर-भारतीय मूल के लोगों ने भी छठ मनाना शुरू कर दिया है।
चार दिन चलने वाले छठ महापर्व की शुरुआत नहाय-खाय से हुई। दूसरे दिन खरना मनाया गया। व्रतियों ने गुड़ में बना चावल का खीर खाया। इसके साथ ही उनका 36 घंटे लंबा उपवास शुरू हुआ। चौथे और आखिरी दिन उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ छठ पूजा खत्म होगी। व्रती महिलाएं पारण करके 36 घंटे का उपवास खत्म करेंगी। आखिरी दिन दिए गए अर्घ्य को उषा अर्घ्य कहा जाता है।