Breaking News

अमृतसर: अजनाला में 3 हैंड ग्रेनेड और RDX बरामद     |   अफगानिस्तान ने पाकिस्तान के कई सैनिकों को बंदी बनाने का दावा किया     |   अहमदाबाद में हो सकते हैं 2030 कॉमनवेल्थ गेम्स, 26 नवंबर को होगा फैसला     |   तमिलनाडु: AIADMK कल विधानसभा में कोल्ड्रिफ और किडनी रैकेट का मुद्दा उठाएगी     |   पाकिस्तान, अफगानिस्तान 48 घंटे के अस्थायी युद्धविराम पर सहमत     |  

कनाडा के PM जस्टिन ट्रूडो जल्द ही दे सकते हैं इस्तीफा

कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो अपनी कुर्सी छोड़ने वाले हैं. अखबार द ग्लोब एंड मेल की रिपोर्ट के मुताबिक जस्टिन ट्रूडो आज इस्तीफा दे सकते हैं. लिबरल पार्टी के अंदर बढ़ती कलह और सदस्यों की तरफ से उन पर बनाए जा रहे दबाव के कारण ट्रूडो ने यह बड़ा फैसला लेने का मन बना लिया है.

द ग्लोब एंड मेल के अनुसार लिबरल पार्टी के भीतर असंतोष और अंदरूनी कलह बढ़ती जा रही है. इस मामले में लिबरल पार्टी के अंदरूनी मामलों की जानकारी रखने वाले तीन प्रमुख सूत्रों का हवाला देते हुए बताया गया है कि ट्रूडो इस्तीफे की घोषणा कर सकते हैं. इसके बाद बुधवार को राष्ट्रीय लिबरल पार्टी के संसदीय दल की बैठक होने वाली है, जिससे पहले ही ट्रूडो के इस्तीफे का ऐलान होने की संभावना है.

ट्रूडो की सत्ता में एंट्री और चुनावी सफर
जस्टिन ट्रूडो 2015 में पहली बार चुनाव जीत कर कनाडा की सत्ता पर काबिज हुए थे. इसके बाद 2019 और 2021 में भी उन्होंने लिबरल पार्टी को जीत दिलाई थी. लेकिन मौजूदा स्थिति में जनमत सर्वेक्षणों के अनुसार ट्रूडो अपने मुख्य प्रतिद्वंदी कंजर्वेटिव पार्टी के नेता पियरे पॉइलीवर से 20 पॉइंट पीछे चल रहे हैं. यह गिरावट उनकी राजनीतिक पकड़ में बड़ी कमजोरी को दर्शाती है.

इस्तीफे का कारण
लिबरल पार्टी के सदस्यों का मानना है कि जस्टिन ट्रूडो के नेतृत्व में अब पार्टी को अगले चुनाव में जीत मिलना मुश्किल है. पार्टी के भीतर उनके खिलाफ नाराजगी बढ़ रही है और इस नाराजगी का परिणाम यह है कि सांसदों ने खुलकर उनके विरोध में आना शुरू कर दिया है. कुछ समय पहले उन्हें हटाने के लिए सिग्नेचर कैंपेन भी चलाया गया था. इस दौरान ट्रूडो से कई कठिन सवाल पूछे गए हैं. इस वजह से उन्हें इस्तीफा देने का प्रेशर झेलना पड़ रहा है.

हालांकि, यह अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है कि लिबरल पार्टी को नया नेता मिलने तक ट्रूडो अंतरिम प्रधानमंत्री बने रहेंगे या नहीं. पार्टी की लगातार गिरती स्थिति को देखते हुए यह संभव है कि वे जल्द ही इस्तीफा दे दें. लिबरल पार्टी के कई नेताओं और सांसदों का मानना है कि अगर ट्रूडो इस्तीफा नहीं देते हैं, तो पार्टी को आगामी चुनावों में हार का सामना करना पड़ सकता है.

यदि जस्टिन ट्रूडो इस्तीफा देते हैं तो लिबरल पार्टी को नए नेता की तलाश करनी होगी, जो पार्टी को फिर से संगठित कर सके और जनता का विश्वास जीत सके. वहीं, कंजर्वेटिव पार्टी के पियरे पॉइलीवर के पास आगामी चुनावों में अपनी स्थिति मजबूत करने का मौका होगा. कनाडा की राजनीतिक स्थिति बेहद दिलचस्प होती जा रही है और जस्टिन ट्रूडो का इस्तीफा इस दिशा में एक नया मोड़ ला सकता है.