उत्तरी सिक्किम के लाचुंग में फंसे 1600 से अधिक पर्यटकों को सुरक्षित निकाल लिया गया है। अधिकारियों ने सोमवार को इसकी जानकारी दी। मंगन जिला कलेक्टर अनंत जैन ने काफिले का नेतृत्व किया ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि पर्यटकों को सुरक्षित वापस लाया जाए। फिदांग से पर्यटक गंगटोक जाएंगे।
उन्होंने कहा, "लाचुंग में फंसे पर्यटकों को बचा लिया गया है और हमने सुबह करीब आठ बजे बचाव अभियान शुरू किया। पर्यटकों की संख्या लगभग 1600 है, जिनमें 750 पुरुष, 560 महिलाएं और 380 बच्चे शामिल हैं।" अधिकारियों ने बताया कि पर्यटकों को लेकर करीब 301 वाहन सुरक्षित रूप से लाचुंग और चुंगथांग से निकल चुके हैं।
अधिकारियों ने बताया कि स्थानीय प्रशासन और पुलिस, सेना, बीआरओ, आईटीबीपी, वन विभाग, लाचुंग जुम्सा, टीएएएस, एसएचआरए, ड्राइवर्स एसोसिएशन, अन्य पर्यटन हितधारकों और स्थानीय जनता के समन्वित प्रयास से आज सुबह लाचुंग से फंसे पर्यटकों को निकालने का काम शुरू हुआ।
पर्यटकों को सुरक्षित निकालने की प्रक्रिया में शामिल सभी लोगों की सराहना करते हुए डीसी अनंत जैन ने कहा कि लाचुंग से सभी पर्यटकों को आज लाचुंग-चुंगथांग-सिफगयेर-फिडांग मार्ग से सुरक्षित वापस गंगटोक पहुंचा दिया जाएगा।
बीआरओ ने कहा कि 30 मई को अचानक बादल फटने के बाद लगातार भारी बारिश से उत्तरी सिक्किम में तबाही मच गई। इस बीच, सिक्किम के डीजीपी अक्षय सचदेवा ने व्यक्तिगत रूप से लाचुंग से निकाले गए सभी पर्यटकों की अगवानी की।