गुजरात के कुछ हिस्सों में मंगलवार को मूसलाधार बारिश हुई, जबकि तटीय जिलों में अगले दो दिनों में भारी से बहुत भारी बारिश होने का अनुमान है। इसे देखते हुए अधिकारियों ने किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए राहत और बचाव योजनाएं तैयार की हैं। अपने ताजा पूर्वानुमान में मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि सौराष्ट्र और दक्षिण गुजरात क्षेत्रों के कुछ जिलों, विशेष रूप से तटवर्ती क्षेत्रों जैसे नवसारी, वलसाड, देवभूमि द्वारका, पोरबंदर, जूनागढ़ और गिर सोमनाथ आदि में अगले दो दिनों के दौरान भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है।
तदनुसार, किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की 12 टीमों और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) की 20 टीमों को अलग-अलग जिलों में तैनात किया गया है। इन जिलों के अलावा आईएमडी ने 25 अगस्त तक गुजरात के अधिकांश हिस्सों में मध्यम से भारी बारिश का पूर्वानुमान भी जारी किया है। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र (एसईओसी) के आंकड़ों के अनुसार, देवभूमि द्वारका जिले के द्वारका और कल्याणपुर तालुकाओं में मंगलवार सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे के बीच 12 घंटों में क्रमशः 138 मिमी और 129 मिमी बारिश हुई।
गुजरात के 206 जलाशयों में से 61 हाई अलर्ट पर, 27 अलर्ट पर और 21 चेतावनी स्तर पर हैं। सभी विभागों के नोडल अधिकारियों को सतर्क रहने के लिए जरूरी दिशानिर्देश जारी किए गए हैं। इस बीच, मंगलवार सुबह 6 बजे तक गिर सोमनाथ के कुछ हिस्सों में 24 घंटों में अत्यधिक भारी बारिश हुई। एसईओसी के अनुसार, जिले के सूत्रपाड़ा तालुका में 287 मिमी बारिश हुई, जबकि पाटन-वेरावल में 144 मिमी वर्षा दर्ज की गई। बनासकांठा, वलसाड, जूनागढ़ और गिर सोमनाथ जिलों के अलावा निकटवर्ती केंद्र शासित प्रदेश दादरा और नगर हवेली में भी भारी बारिश हुई। एसईओसी के आंकड़ों के अनुसार, राज्य में अब तक सालाना औसत बारिश की 70 प्रतिशत बारिश हो चुकी है।
गुजरात के तटीय जिलों में भारी बारिश का अनुमान, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ तैनात
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