भारतीय ग्रैंडमास्टर डी. गुकेश सोमवार को विश्व चैंपियनशिप में चीन के डिंग लिरेन से भिड़ने के लिए तैयार हैं। उनका लक्ष्य विश्वनाथन आनंद के बाद ये प्रतिष्ठित खिताब जीतने वाला पहला भारतीय बनना होगा। शतरंज के ज्यादातर दिग्गज गुकेश का समर्थन कर रहे हैं। ये देखना दिलचस्प होगा कि गुकेश एक पखवाड़े तक चलने वाले इस टूर्नामेंट के दौरान दबाव से कैसे निपटते हैं।
शनिवार दोपहर हुई रेस कॉन्फ्रेंस को देखें तो दोनों खिलाड़ी एक-दूसरे का बहुत सम्मान करते हैं, लेकिन साथ ही दोनों अपना बेस्ट देने के लिए प्रतिबद्ध हैं। लिरेन ने 2023 में रूस के इयान नेपोमनियाची के खिलाफ उतार-चढ़ाव भरे मुकाबले में जीत के साथ विश्व चैंपियन का ताज पहना था, लेकिन तब से चीन का ये खिलाड़ी मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना कर चुका है।
गुकेश ने शनिवार को कहा, "मेरा काम बिल्कुल स्पष्ट है - हर बाजी में अपना बेस्ट देना और अपनी स्थिति के अनुसार सर्वश्रेष्ठ चाल चलना। अगर मैं ऐसा करता हूं, अगर मैं अच्छा शतरंज खेलता रहता हूं और सही मूड में रहता हूं तो फिर इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि उनका हालिया फॉर्म खराब है या फिर वो अपने सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में हैं या नहीं।"
उन्होंने कहा, "अगर मैं सही चीजें करता हूं तो मुझे विश्वास है कि मेरे पास टूर्नामेंट जीतने का पूरा मौका होगा।" इस साल के टूर्नामेंट में 138 सालों में पहली बार दो एशियाई खिलाड़ी खिताब के लिए एक-दूसरे से भिड़ेंगे। इस मुकाबले की इनामी राशि 25 लाख डॉलर है।
गुकेश की विश्व चैंपियनशिप मैच की यात्रा पिछले साल दिसंबर में शुरू हुई, जब उन्होंने चेन्नई ग्रैंडमास्टर्स टूर्नामेंट जीतकर कैंडिडेट्स टूर्नामेंट में जगह बनाई। गुकेश ने अब तक लिरेन के खिलाफ कोई क्लासिकल बाजी नहीं जीती है जबकि चीन के खिलाड़ी ने भारतीय खिलाड़ी के खिलाफ तीन बाजियों में दो जीत दर्ज की जबकि एक बाजी ड्रॉ रही।
गुकेश के खिलाफ लिरेन ने पिछली जीत इस साल की शुरुआत में नीदरलैंड के विज्क आन जी में टाटा स्टील शतरंज टूर्नामेंट के दौरान दर्ज की थी। उन्होंने 2023 में भी इसी प्रतियोगिता में गुकेश को हराया था।