Uttar Pradesh: विज्ञान की प्रयोगशाला में केमिस्ट्री के प्रयोग करते, ये छात्र हैं जय प्रकाश नारायण सर्वोदय विद्यालय के, जो उत्तर प्रदेश के ग्रामीण इलाकों में अपने वैज्ञानिक भविष्य को नई दिशा दे रहे हैं। सर्वोदय विद्यालयों के जरिए मुफ्त और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के लिए उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने ऐसा मॉडल खड़ा किया, जो ग़रीबी और गांव की सीमाएं तोड़कर हज़ारों बच्चों के भविष्य को उज्ज्वल बनाने में मदद कर रहा है।
विद्यालयों में बेहतर क्लास रूम के साथ पुस्तकालय, विज्ञान और कंप्यूटर लैब की बेहतर सुविधाएं बच्चों को आधुनिक शिक्षा से जोड़ रही हैं। शिक्षण के साथ-साथ खेलकूद, संगीत,और कला और को भी समान महत्व दिया जा रहा है।
समाज कल्याण विभाग की ओर से प्रदेश में 100 सर्वोदय विद्यालय संचालित किए जा रहे हैं। जबकि इस सत्र से नौ नए सर्वोदय विद्यालयों में भी पढ़ाई शुरू करने की प्रक्रिया जारी है। इनमें से 45 विद्यालयों में आवासीय सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है, जिससे और अधिक विद्यार्थियों को लाभ मिल सकेगा।
प्रवेश प्रक्रिया में 60 प्रतिशत सीटें एससी/एसटी, 25 प्रतिशत ओबीसी और 15 प्रतिशत सामान्य वर्ग के लिए तय हैं। इस संतुलन से समाज के हर हिस्से को बराबरी का अवसर मिलता है। अगर आंकड़ों की बात करें तो 2016-17 में 31,450 बच्चों ने एडमिशन लिया था, जो अब मौजूदा सत्र में बढ़कर 35,415 हो गया है। यानी योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास की नीति से हर क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है।