भारी बारिश के बाद राष्ट्रीय राजधानी में कई जगहों पर पानी भर गया, जिसका असर यातायात पर पड़ा। सरकार ने हालात का जायजा लेने के लिए शुक्रवार को आपात बैठक की। सचिवालय में हुई बैठक में सभी कैबिनेट मंत्री और सीनियर अधिकारी शामिल हुए।
उप-राज्यपाल वीके सक्सेना ने भी शुक्रवार को दिल्ली में घंटों बारिश होने के बाद हालात का जायजा लिया। बारिश से शहर की रफ्तार थम गई। एलजी ने अधिकारियों को एक आपातकालीन नियंत्रण कक्ष बनाने और जलभराव दूर करने के लिए पंप लगाने का आदेश दिया।
इमरजेंसी मीटिंग में एलजी ने कहा कि छुट्टी पर गए सभी सीनियर अधिकारियों को तुरंत ड्यूटी पर वापस बुलाना चाहिए। उनके दफ्तर के मुताबिक अगले दो महीनों तक कोई छुट्टी मंजूर नहीं की जानी चाहिए। बारिश की वजह से दिल्ली हवाई अड्डे के टर्मिनल-वन की छत का एक हिस्सा गिर गया। हादसे में एक शख्स की मौत हो गई और छह घायल हो गए।
मौसम विभाग के मुताबिक पिछले 20 से 30 घंटे में सफदरजंग में 228.1 मिलीमीटर, लोधी रोड में 192.8 मिलीमीटर, रिज पर 150.4 मिलीमीटर, पालम में 106.6 मिलीमीटर और आयानगर में 66.3 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई।
मौसम विभाग के मुताबिक चौबीस घंटे में 124.5 से 244.4 मिलीमीटर बारिश भारी बारिश है। विभाग ने मानसून आने का ऐलान कर दिया। मूसलाधार बारिश करीब तीन बजे रात में शुरू हुई।