दिल्ली के मुख्यमंत्री ऑफिस ने बुधवार को दावा किया कि छह, फ्लैगस्टाफ रोड पर मौजूद 'मुख्यमंत्री आवास' को बीजेपी के इशारे पर जबरन खाली कराया गया, क्योंकि उप-राज्यपाल इसे बीजेपी नेता को अलॉट करना चाहते हैं।
इससे पहले दिन में दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के नेता विजेंद्र गुप्ता ने मुख्यमंत्री आतिशी पर छह फ्लैगस्टाफ रोड पर मौजूद बंगले पर "अवैध" कब्जा करने का आरोप लगाया, जहां अरविंद केजरीवाल बतौर मुख्यमंत्री रहते थे। गुप्ता ने दावा किया कि आतिशी दो आवास, छह फ्लैगस्टाफ रोड और एबी-17 आवास पर अवैध रूप से कब्जा कर रही हैं, जो पिछले साल उन्हें केजरीवाल सरकार में मंत्री रहते हुए आवंटित किया गया था।
उन्होंने कहा, "आम आदमी पार्टी, धोखाधड़ी पार्टी, दिल्ली की जनता के साथ लगातार धोखा कर रही है। भ्रष्टाचार में आकंठ डूबी हुई पार्टी, अब सरकारी संपत्तियों पर भी कब्जा करना शुरू कर दिया है। ये कैसे हो सकता है कि एक मुख्यमंत्री को दो आवास अलॉट किए जाएं। ऐसा संभव नहीं है। इसलिए पीडब्ल्यूडी के अधिकारी जानबूझकर इस पूरे मामले में केजरीवाल जी के कहने से सरकारी संपत्ति पर कब्जा करवा रहे हैं। हमारी ये मांग है कि संपत्ति को छह फ्लैगस्टाफ रोड को तुरंत सील किया जाए।"
एएपी सांसद संजय सिंह ने कहा कि प्रोटोकॉल को नजरअंदाज करते हुए अधिकारी बीजेपी के दबाव में दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी को छह, फ्लैगस्टाफ रोड बंगला आवंटित नहीं कर रहे हैं, जबकि केजरीवाल ने इसे खाली कर दिया है। केजरीवाल सरकार में मंत्री बनाए जाने के बाद पिछले साल आतिशी को एबी-17 आवास आवंटित किया गया था।