दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को कहा कि वो दो जून को सरेंडर करेंगे। केजरीवाल शराब घोटाले मामले में अंतरिम जमानत पर हैं। उन्हें सुप्रीम कोर्ट ने एक जून तक अंतरिम जमानत दी थी। सरेंडर करने के लिए लगभग तीन बजे अपने घर से निकलेंगे। सीएम केजरीवाल ने कहा कि हो सकता है इस बार उनको और ज़्यादा प्रताड़ित करें लेकिन वे झुकेंगे नहीं।
अरविंद केजरीवाल ने कहा, "जेल में मैं 50 दिन था इन 50 दिनों में मेरा छह किलो वजन कम हो गया। जब में जेल गया तब मेरा वजन 70 किलो था। आज 64 किलो है। जेल से छूटने के बाद भी वजन नहीं बढ़ रहा। डॉक्टर कह रहे हैं शरीर में किसी बड़ी बीमारी का भी संकेत हो सकता है। कई टेस्ट करवाने की जरूरत है। मेरे यूरिन में भी केटोन लेवल बहुत ज्यादा हो गया। परसों मैं सरेंडर करूंगा। सरेंडर करने के लिए लगभग दोपहर तीन बजे अपने घर से निकलूंगा। हो सकता है ये इस बार मुझे और ज्यादा प्रताडित करें लेकिन मैं झूकूंगा नहीं। आप अपना ख्याल रखना मुझे जेल में आपकी बहुत चिंता रहती है। आप खुश रहेंगे तो आपका केजरीवाल भी खुश रहेगा। मैं बेशक आपके बीच नहीं होंगा लेकिन आप चिंता मत करना आपके सारे काम चलते रहेंगे।
मैं चाहे जहां रहूं, अंदर रहूं बाहर रहूं दिल्ली के काम नहीं रुकने दूंगा। आपकी फ्री बिजली, मोहल्ला क्लीनिक अस्पताल, फ्री दवाइयां, इलाज, महिलाओं के लिए फ्री बस यात्रा, 24 घंटे बिजली और भी सारे काम चलते रहेंगे और लौटकर हर मां बहन को हर महीने हजार रुपये देने की भी शुरूआत करूंगा। मैं हमेशा आपके परिवार का बेटा बनकर अपना फर्ज निभाया है। आज मैं अपने परिवार के लिए आपसे कुछ मांगना चाहता हूं। मेरे माता पिता बहुत बुजुर्ग हैं, मेरी मां बहुत बीमार रहती हैं, ,मुझे जेल में उनकी बहुत चिंता होती है, मेरे पीछे से मेरे माता पिता का ख्याल रखना, उनके लिए दुआ करना भगवान से प्रार्थना करना, दुआ में बड़ी ताकत होती है। आप मेरी मां के लिए रोज प्रार्थना करेंगे तो वो जरूर स्वस्थ्य रहेंगीं। मेरी पत्नी सुनीता बहुत मजबूत हैं उन्होंने जिंदगी के हर मुश्किल वक्त में मेरा साथ दिया है। जब मुश्किल वक्त आता है तो पूरा परिवार एकजुट हो जाता है। आप सबने मुश्किल वक्त में मेरा बहुत साथ दिया है। हम सब मिलकर तानाशाही से लड़ रहे हैं। देश को बचाने के लिए यदि मुझे कुछ हो जाए यदि मेरे प्राण भी चले जाए तो गम मत करना। आपकी प्रार्थनाओं की वजह से ही आज मैं जिंदा हूं और आगे भी आपका आशीर्वाद मेरी रक्षा करेगा। अंत में बस यही कहना चाहता हूं, भगवान ने चाहा तो आपका ये बेटा बहुत जल्द वापस आएगा।"
आगे उन्होंने कहा, आप चिंता मत कीजिए आपके सारे काम होते रहेंगे, चाहे मैं कहीं भी रहूं, मैं दिल्ली का काम नहीं रुकने दूंगा... आपकी बिजली मुफ़्त, मोहल्ला क्लिनिक, अस्पताल, मुफ़्त दवाएँ, इलाज, मुफ़्त महिलाओं के लिए यात्रा, 24 घंटे बिजली आपूर्ति और अन्य सभी काम जब मैं वापस आऊंगा तो सभी महिलाओं को 1000 रुपये प्रति माह दूंगा। मैंने आपके परिवार का बेटा होने के नाते हमेशा अपनी जिम्मेदारियां निभाई हैं। आज मैं आपसे अपने परिवार के लिए कुछ माँगना चाहता हूँ।
मेरे माता-पिता काफी बूढ़े हैं. मेरी मां अक्सर बीमार रहती हैं. मुझे जेल में उनके बारे में चिंता महसूस हो रही है. कृपया मेरे माता-पिता का ख्याल रखें, कृपया उनके लिए आशीर्वाद मांगें। आशीर्वाद में बहुत ताकत होती है. कृपया मेरी माँ के लिए प्रार्थना करें। यदि आप ऐसा करेंगे तो वह स्वस्थ्य रहेंगी। मेरी पत्नी सुनीता बहुत मजबूत है. उन्होंने हर कठिन परिस्थिति में मेरा साथ दिया है.' संकट के समय मेरा पूरा परिवार एकजुट हो जाता है।' मेरे कठिन समय में आप सभी ने मेरा भरपूर समर्थन किया है। हम सब तानाशाही के खिलाफ लड़ रहे हैं. देश की रक्षा करते हुए यदि मुझे कुछ हो जाए, चाहे मैं मर भी जाऊं, तो दुःख मत करना। आपकी दुआओं की वजह से मैं आज जिंदा हूं.' आने वाले समय में आपका आशीर्वाद मेरी रक्षा करेगा. अंत में मैं यही कहना चाहता हूं कि भगवान ने चाहा तो आपका बेटा जल्द ही वापस आ जाएगा।”