दिल्ली का ब्लाइंड रिलीफ एसोसिएशन हर साल दिवाली बाजार लगाता है। 1980 में शुरू हुई परंपरा का मकसद दृष्टिबाधितों की बनाई मोमबत्तियां, लैंप और दूसरे सामान दुनिया के सामने लाना है। एसोसिएशन दृष्टिबाधितों को नए कौशल सिखाने और रोजगार में मदद देने के लिए ट्रेनिंग का भी बंदोबस्त करता है।
इस साल 240 स्टाल में रंग-बिरंगी मोमबत्तियां और तरह-तरह के खूबसूरत दीये आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। दिवाली बाजार दृष्टिबाधितों को सहयोग देने का नायाब मौका होता है। दिवाली बाजार दृष्टिबाधित मालिश करने वालों को अपना हुनर दिखाने का भी मौका देता है। इन्हें एसोसिएशन में ट्रेनिंग दी गई है।
बाजार में देश भर से लाए गए आकर्षक, सजावटी और जरूरी सामान उपलब्ध हैं। इनमें डिजाइनर कपड़े, जूते, गहने, हैंडबैग, सजावटी सामान, पारंपरिक शिल्प, उपहार देने लायक आइटम, कॉस्मेटिक्स, खिलौने, बागवानी, हर्बल उत्पाद और पैकेज्ड फूड भी हैं।