Delhi: भारत का ऑटोमोबाइल उद्योग आगामी त्योहारी सीजन को लेकर उत्साहित है। उद्योग से जुड़े लोगों को जीएसटी दर में कटौती और सामान्य त्योहारी खरीदारी की वजह से मांग में बढ़ोतरी की उम्मीद है। जीएसटी परिषद ने चार मीटर से छोटी 1200 सीसी तक की पेट्रोल कारों और 1500 सीसी तक की डीजल कारों पर जीएसटी दर को 28% से घटाकर 18% कर दिया है। इससे ये कारें अब पहले से सस्ती हो जाएंगी। नई जीएसटी दरें नवरात्रि के पहले दिन 22 सितंबर से लागू होंगी।
नवरात्रि से शुरू होकर शरद पूर्णिमा तक चलने वाला 45 दिनों का त्योहारी वक्त भारत में घरेलू उपकरण, सोना, घर और वाहन जैसी चीजों की खरीदारी के लिए बहुत ज्यादा शुभ माना जाता है। ऑटो सेक्टर को उम्मीद है कि इस वित्तीय वर्ष में बिक्री 52 लाख वाहनों को पार कर जाएगी। ये पिछले साल की 42 लाख 80 हजार यूनिटों से 21.5 फीसदी की तेज बढ़ोतरी है। परंपरागत रूप से, त्योहारों के दौरान की गई खरीदारी देश में सालाना ऑटोमोबाइल बिक्री का लगभग 15 फीसदी होती है।
डीलरों का कहना है कि तीन सितंबर को औपचारिक घोषणा के बाद से लोगों का वाहनों के बारे में जानकारी हासिल करने का स्तर लगभग दोगुना हो गया है। डीलरों ने बताया कि त्योहारों के लिए उनके पास जरूरी स्टॉक है। उनके मुताबिक पिछले कुछ महीनों से मांग में कमी की वजह से उनके पास पर्याप्त स्टॉक मौजूद है।
22 सितंबर से 18 फीसदी जीएसटी स्लैब 350 सीसी से कम क्षमता वाली मोटरसाइकिलों के साथ-साथ बसों और ट्रकों पर भी लागू होगा। उद्योग से जुड़े लोगों का मानना है कि वाणिज्यिक वाहन श्रेणी को सबसे ज्यादा फायदा होने की उम्मीद है, क्योंकि कम कर दरें उन्हें खरीदारों के लिए ज्यादा किफायती और आकर्षक बना देंगी।
इस बीच मारुति सुजुकी, हुंदै, टाटा मोटर्स, महिंद्रा, टोयोटा, स्कोडा, रेनॉल्ट, किआ और मर्सिडीज-बेंज और लैंड रोवर जैसे लक्जरी ब्रांडों सहित प्रमुख कार निर्माता पहले ही कीमतों में कटौती की घोषणा कर चुके हैं। इससे जीएसटी बचत का फायदा सीधे ग्राहकों को मिल रहा है। इसके अलावा वाहन निर्माता भी खरीदारों को आकर्षित करने के लिए त्योहारी छूट और आसान फाइनेंसिंग स्कीमों का ऐलान कर रहे हैं।