जम्मू कश्मीर फायर एंड इमरजेंसी सर्विसेज ने राजौरी के जंगलों में लगी आग से जुड़े सभी मामलों से निपटने के लिए अपने कर्मचारियों को अलर्ट मोड पर रखा है। अकेले राजौरी जिले में, गर्मी के मौसम की शुरुआत के बाद से पिछले डेढ़ महीने में जंगल की आग की दो दर्जन से ज्यादा हादसे हुए हैं। इनमें से गंभीर हादसों में जंगल के इलाके में बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है।
जंगल में आग लगने के किसी भी हादसे के तुरंत बाद वन विभाग और वन सुरक्षा बल की तरफ से जम्मू कश्मीर फायर एंड इमरजेंसी सर्विसेज के साथ मिलकर फायर फाइटिंग ऑपरेशन शुरू किया जाता है। ये सभी ऑपरेशन इस तरह से शुरू किए जाते हैं कि जंगल को होने वाले किसी भी बड़े नुकसान को रोकने के लिए आग पर समय रहते काबू पाया जा सके।
सिर्फ राजौरी में ही फायर एंड इमरजेंसी सर्विसेज ने पिछले एक महीने में पंद्रह से ज्यादा ऐसे ऑपरेशन में मदद की है। जंगल में आग लगने की जानकारी मिलते ही फायर ब्रिगेड की गाड़ियां तुरंत हादसे की जगह पर पहुंच जाती हैं।
राजौरी के फायर स्टेशन ऑफिसर मकबूल हुसैन ने जंगल में आग लगने के हादसे पर चिंता जताते हुए कहा कि इससे पेड़ पौधों और जंगल में रहने वाले पशु-पक्षियों को काफी नुकसान पहुंच रहा है। उन्होंने जंगल में आग लगाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।