Bihar Election 2025: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) राज्य विधानसभा चुनाव में पिछले सभी चुनावी रिकॉर्ड तोड़ देगा। मोदी ने विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ (इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस) पर निशाना साधते हुए कहा कि इसका नेतृत्व ‘‘ऐसे लोग कर रहे हैं जो जमानत पर छूटे हुए हैं।’’
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि एनडीए सरकार का जोर बिहार में निवेश बढ़ाने पर है। बिहार में विधानसभा चुनाव के लिए अपनी पहली चुनावी रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने भीड़ से अपने मोबाइल फोन की लाइट जलाने को कहा और राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) पर कटाक्ष करते हुए कहा, ‘‘जब सभी लोगों के पास ऐसे आधुनिक उपकरण उपलब्ध हैं, तो लालटेन की कोई जरूरत नहीं है।’’
जनता दल यूनाइटेड अध्यक्ष नीतीश कुमार की प्रशंसा करते हुए मोदी ने आरोप लगाया, ‘‘वो (कुमार) 2005 में सत्ता में आए, लेकिन उनके कार्यकाल का लगभग एक दशक, केंद्र में कांग्रेस के नेतृत्व वाली संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार के कारण बाधित रहा, जिसे आरजेडी द्वारा लगातार ‘ब्लैकमेल’ किया गया कि अगर बिहार में एनडीए सरकार को सहयोग दिया गया तो आरजेडी समर्थन वापस ले लेगा।’’
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘‘पिछले 11 सालों में बिहार को दी गई केंद्रीय सहायता, पूर्ववर्ती सरकार से प्राप्त सहायता की तुलना में तीन गुना अधिक है। राज्य ने प्रगति की है। अब ये मछली निर्यात कर रहा है, जो उन दिनों की तुलना में बड़ा बदलाव है जब ये अपनी आवश्यकताओं के लिए बाकी राज्यों पर निर्भर था। मखाने की पहुंच दूर-दूर तक के बाजारों तक है, जो बिहार का एक प्रसिद्ध उत्पाद है।’’
प्रधानमंत्री ने कहा कि अब सरकार ‘मखाना बोर्ड’ के गठन के माध्यम से मखाना उत्पादकों की आय बढ़ाने पर काम कर रही है। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘बिहार अब एक आकर्षक निवेश गंतव्य है। मैं एक ऐसे भविष्य की कल्पना करता हूं जिसमें प्रत्येक जिला स्थानीय युवाओं के स्टार्टअप से भरा होगा।’’
मोदी ने परोक्ष तौर पर पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी और आरजेडी की गठबंधन सहयोगी कांग्रेस के चुनाव चिह्न की ओर इशारा करते हुए कहा, ‘‘अगर बिहार में जंगल राज रहता तो ये सब संभव नहीं होता। क्या आपको याद नहीं है कि एक पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा था कि सरकार के भेजे गए प्रत्येक रुपये में से केवल 15 पैसे ही लोगों तक पहुंचते हैं। उक्त पैसा खूनी पंजे द्वारा हड़प लिया जाता था।’’
मोदी ने कहा, ‘‘बिहार 'जंगल राज' को दूर रखेगा और सुशासन के लिए वोट देगा। 'नयी रफ्तार से चलेगा बिहार, फिर जब आएगी एनडीए सरकार'। आरजेडी और कांग्रेस घोटालों में लिप्त होते हैं, उनके नेता जमानत पर बाहर हैं और अब वे भारत रत्न कर्पूरी ठाकुर की 'जननायक' की उपाधि चुराने की कोशिश कर रहे हैं।’’
उन्होंने कहा कि बिहार आर्यभट्ट जैसी प्रतिभा की भूमि है और यहां के लोग आरजेडी-कांग्रेस गठबंधन पर भरोसा नहीं कर सकते, जिसने कानून के शासन को नष्ट किया था।’’ उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि आरजेडी के शासनकाल में “फिरौती, अपहरण, हत्या और रंगदारी” उद्योग की तरह फल-फूल रहे थे। मोदी ने आरोप लगाया, "जंगल राज' से सबसे अधिक पीड़ित हमारी माताएं और बहनें और कमजोर वर्ग के लोग थे। जंगलराज लौटाने की बात करने वाले ये ‘लट्ठबंधन’ के नेता अब ‘दोनाली’ और देसी कट्टे की बातें कर रहे हैं।’’
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘‘इसके अलावा, आरजेडी के शासन में बिहार के डेढ़ दर्जन जिले माओवादी उग्रवाद से ग्रस्त थे। सैकड़ों लोग मारे गए और लोग अपने घरों से बाहर निकलने से डरते थे। जब मैं 2014 में सत्ता में आया, तो मैंने माओवाद को समाप्त करने का संकल्प लिया था। अत्यंत विनम्रता और संतोष के साथ, मैं कह सकता हूं कि हमने माओवाद की रीढ़ तोड़ दी है। जल्द ही, देश इस समस्या से मुक्त हो जाएगा। यह मोदी की गारंटी है।’’
मोदी ने ये भी कहा, ‘‘गुजरात में पिछले विधानसभा चुनाव में, जहां पार्टी 30 सालों से सत्ता में है, पिछले सभी रिकॉर्ड टूट गए। मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और हरियाणा में भी यही स्थिति रही। मुझे विश्वास है कि बिहार में भी, नीतीश कुमार के नेतृत्व में, एनडीए पिछले सभी चुनावी रिकॉर्ड तोड़ देगा।" ‘इंडिया’ गठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी यादव पर कटाक्ष करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘बिहार के लोग उन लोगों पर भरोसा नहीं कर सकते जो जमानत पर छूटे हुए लोग हैं।’’
तेजस्वी यादव का नाम उनके पिता और आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद के साथ नौकरी के लिए जमीन घोटाले में आया हुआ है। मोदी ने समाजवादी नेता और भारत रत्न से सम्मानित कर्पूरी ठाकुर को नमन करते हुए कहा कि उन्होंने समाज के कमजोर वर्गों के उत्थान में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी थी और वे आज भी एनडीए के लिए प्रेरणास्रोत हैं। स्थानीय मैथिली भाषा में लोगों का अभिवादन करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि एनडीए सरकार गरीबों, दलितों और पिछड़े वर्गों के जीवन में सुधार लाने के लिए लगातार काम कर रही है।
उन्होंने कहा, ‘‘एनडीए सरकार ने बाकी पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) आयोग को संवैधानिक दर्जा दिया, लेकिन जो लोग संविधान की किताब हाथ में लेकर चलते हैं, वे जनता को गुमराह कर रहे हैं।’’ उन्होंने कहा कि एनडीए सरकार आगामी 14 नवंबर (मतगणना के बाद) से महिलाओं को प्रोत्साहित करने और उनके सशक्तिकरण के लिए कई कदम उठाएगी। प्रधानमंत्री ने बताया कि सीतामढ़ी जिले के पुन्नौरधाम में माता सीता के लिए एक भव्य मंदिर का निर्माण हो रहा है।
उन्होंने कहा कि साथ ही संविधान का मैथिली भाषा में अनुवाद भी कराया गया है। महागठबंधन पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा, ‘‘इनके नेता आपस में ही लड़ रहे हैं। हमें ये सुनिश्चित करना है कि हर बीजेपी कार्यकर्ता मतदान केंद्र तक पहुंचे और हर वोट सही तरीके से डलवाए। आप सब याद रखें-पहले ‘मतदान, फिर जलपान’।’’ इससे पहले मोदी ने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और भारत रत्न से सम्मानित समाजवादी नेता कर्पूरी ठाकुर को उनके पैतृक गांव कर्पूरी ग्राम (समस्तीपुर) में श्रद्धांजलि दी।
प्रधानमंत्री के साथ बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, केंद्रीय मंत्री और कर्पूरी ठाकुर के पुत्र रामनाथ ठाकुर सहित कई बाकी नेता भी मौजूद थे। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने दिवंगत नेता के परिजनों से मुलाकात भी की। कर्पूरी ठाकुर को पिछले वर्ष देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया गया था।