Punjab: अमेरिका से डिपोर्ट किए गए जशनदीप सिंह के घर लौटते ही उनके घर में निराशा छा गई है। फिरोजपुर जिले के बेलेर गांव के निवासी जशनदीप सिंह यूरोप के रास्ते अमेरिका पहुंचे थे। वे हिरासत शिविर में बिताए गए दौर को बदसलूकी की इंतहा के तौर पर याद करते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि कई सिख निर्वासित लोगों की पगड़ियां हटा दी गईं।
जशनदीप सिंह ने यह भी बताया कि कई भारतीय युवा अन्य देशों के युवाओं के साथ अमेरिका में हिरासत शिविरों में फंसे हुए हैं। मुश्किल वक्त में इन युवाओं का हौसला बढ़ाने के लिए आम आदमी पार्टी के विधायक रजनीश दहिया जशनदीप सिंह के घर पहुंचे। उन्होंने यह भी कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भरोसा दिया है कि निर्वासित पंजाबियों को उनकी योग्यता के मुताबिक काम दिलवाने में मदद करेंगे।
जशनदीप सिंह को उनके परिवार ने अमेरिका भेजा था। इसके लिए जशनदीप के घरवालों को जमीन बेचनी पड़ी और उसके बाद लोन भी लेना पड़ा। अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रम्प प्रशासन की नई नीति के तहत अब तक तकरीबन 500 भारतीय घर लौट चुके हैं, जशनदीप उन्हीं लोगों में से एक हैं।