वाराणसी में प्रतिबंधित कफ सिरप के अवैध कारोबार के मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए पुलिस की SIT ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इन गिरफ्तारियों के बाद कुख्यात कफ सिरप माफिया शुभम जायसवाल के पूरे सिंडिकेट का राज खुलना शुरू हो गया है। गिरफ्तार दोनों युवक शुभम जायसवाल के बेहद करीबी बताए जा रहे हैं और उसके सिंडिकेट के सक्रिय सदस्य हैं। पुलिस जांच में सामने आया कि शुभम इन दोनों युवकों के नाम पर फार्मा कंपनियों के लाइसेंस बनवाता था। इन्हीं लाइसेंसों के जरिए वह प्रतिबंधित कफ सिरप की फर्जी बिलिंग दिखाकर बड़े पैमाने पर इसका अवैध कारोबार चलाता था।
SIT की जांच में यह भी खुलासा हुआ कि शुभम कई राज्यों में अलग-अलग नामों से फार्मा लाइसेंस हासिल कर चुका था, जिससे उसके नेटवर्क को ट्रेस करना बेहद मुश्किल हो गया था। इन लाइसेंसों के आधार पर वह कफ सिरप की भारी खरीद करता और उसे अवैध रूप से सप्लाई चेन के ज़रिए आगे भेज देता था। गिरफ्तारी के बाद SIT को शुभम के सिंडिकेट, सप्लायरों और उन चैनलों के बारे में कई अहम जानकारियां मिली हैं, जिनके जरिए यह कारोबार लंबे समय से चल रहा था। पुलिस ने बताया कि जल्द ही इस नेटवर्क के अन्य सदस्यों पर भी कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल दोनों गिरफ्तार युवकों से पूछताछ जारी है और SIT इस अवैध धंधे से जुड़े अन्य लोगों की पहचान में जुटी हुई है।