मेरठ: देसी तमंचे और कंट्री मेड पिस्तल की खबरें तो आपने खूब सुनी होंगी। लेकिन पश्चिमी उत्तर प्रदेश में पहली बार कंट्रीमेंड कारतूस पकड़े गए हैं। यानी अब तमंचों के साथ-साथ कारतूस भी देसी कारखानों में बनाए जा रहे हैं। लेकिन मेरठ पुलिस ने एक ऐसे गैंग का पर्दाफाश किया है। जो वेस्ट यूपी में आर्म्स पेडलिंग का काम करता है। बदमाशों को हथियार सप्लाई करना इनका मुख्य धंधा है। पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जबकि कई अन्य अभी भी फरार है।
आपकों बता दे मेरठ के थाना परतापुर पुलिस ने एक बड़ा खुलासा किया है। पुलिस ने इस बार हथियार तस्करों से कंट्रीमेंड कारतूस बरामद किए हैं। एक दो नहीं बल्कि 50 से अधिक कारतूस बरामद किए गए हैं। साथ ही तीन अवैध तमंचे भी मिले हैं। यह लोग आर्म्स पेडलिंग का धंधा करते हैं। बदमाशों को हथियार सप्लाई करना और उनसे मुंह मांगी कीमत वसूलना इनका मुख्य धंधा है। पुलिस ने इस गैंग के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है। जबकि नकली कारतूस बनाने वाला अभी भी फरार है। मेरठ पुलिस इस पूरे हथियारों के नेक्सस को बस्ट करने में लगी हुई है।
पुलिस अधिकारियों की माने तो पहली बार नकली कारतूस देखे गए हैं। अब तक तमंचे देसी कारखाने में बनाए जाते थे और कारतूस लाइसेंसी लोगों से चोरी छुपे खरीदे जाते थे पुलिस इस बार करतूसो की आमद पर काम कर रही थी। इसके बाद पुलिस के हाथ यह बदमाश लगे हैं। इन तीनों का आपराधिक इतिहास भी है पहले भी अवैध हथियार के मामले में जेल जा चुके हैं।