मेरठ के लाला लाजपत राय मेडिकल कॉलेज में 3 दिन पहले एक नवजात बच्चे को भर्ती कराया गया है जो नवजात बच्चा चर्चा का विषय बना हुआ है क्योंकि इस नवजात बच्चे के चार पैर और तीन हाथ हैं बच्चों के दो पैर एक्स्ट्रा है और एक छोटा सा हाथ भी एक्स्ट्रा है। नवजात को लाला लाजपत राय मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराए जाने के बाद वहां के डॉक्टर फिलहाल बच्चों की जांच में जुटे हैं डॉक्टर का कहना है कि यह किसी न किसी कमी की वजह से ऐसा हो सकता है फिलहाल बच्चों की जांच की जा रही है और उसके कुछ टेस्ट कराए जा रहे हैं उसके बाद ही आगे का इलाज किया जाएगा।
आपको बता दे मंगलवार को मुजफ्फरनगर के रहने वाला इरफान अपने नवजात बच्चे के इलाज के लिए मेरठ के लाला लाजपत राय मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया था इरफान का कहना है कि 7 साल पहले शादी हुई थी और उसको पहले से तीन बेटियां है और अब उसके घर एक बेटे का जन्म हुआ, लेकिन उसके चार पैर है और वह इलाज के लिए उसको मेरठ के लाला लाजपत राय मेडिकल कॉलेज लेकर पहुंचा है इरफान का कहना है कि जब से बच्चे ने जन्म लिया है ठीक है फीडिंग भी कर रहा है और लाला लाजपत राय मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर फिलहाल बच्चों की जांच में जुटे हैं। इरफान का कहना है कि डॉक्टर अभी जांच की बात कर रहे हैं और अभी कोई जवाब नहीं मिला है।
वहीं लाला लाजपत राय मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों का कहना है कि बच्चे की पूरी जांच की जा रही है बच्चों के दो पैर एक्स्ट्रा है और एक हाथ भी एक्स्ट्रा है पूरी जांच की जा रही है और उसके बाद ही आगे के इलाज किया जाएगा।
वहीं इस मामले में मेरठ के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर अखिलेश मोहन ने बताया कि बच्चों के चार पैर है और तीन हाथ है बच्चे की फिलहाल जांच की जा रही है डॉक्टर अखिलेश मोहन का कहना है कि यह कोई चमत्कार नहीं है यह किसी न किसी कमी और डिसऑर्डर की वजह से ऐसा होता है पहले हम बच्चे की जांच कर रहे हैं और जांच के बाद ही आगे का इलाज किया जाएगा।
सीएमओ डॉक्टर अखिलेश मोहन का कहना है कि मेडिकल साइंस में इस बीमारी को कॉन्जेनिटल डिसऑर्डर कहते, यह अक्सर कभी-कभी कुछ बच्चों में जन्मजात विकार हो जाते है यह कोई चमत्कार नहीं है न हीं देवी देवताओं को लेकर अंधविश्वास वाली बात करनी चाहिए।
रिपोर्ट- प्रदीप शर्मा, मेरठ