लखनऊ में एक महिला ने राजभवन के बाहर रिक्शे पर बच्चे को जन्म दिया। पीड़ित के परिवार ने अस्पताल पर लापरवाही का आरोप लगाया और दावा किया है कि कई बार कॉल करने के बाद भी एंबुलेंस समय पर नहीं आई।
महिला साढ़े चार महीने की गर्भवती थी और डिलीवरी प्री मेच्योर थी। सूचना पाकर यूपी के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक पीड़िता से मिलने अस्पताल पहुंचे।
सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा, ''महिला ने सिविल अस्पताल में एक इंजेक्शन लिया और घर चली गई। घर पहुंचने पर उसे दर्द महसूस हुआ। वह रिक्शे से वापस झलकारी बाई अस्पताल आ रही थी। डिलीवरी का समय नहीं था। वह साढ़े चार महीने की गर्भवती थी। यह प्री मेच्योर डिलीवरी थी। उसने रिक्शे पर ही बच्चे को जन्म दिया। हेल्पर को बुलाया गया। हम उसका ख्याल रखेंगे। हम सभी चिकित्सा लागतों का भुगतान करेंगे। सोशल मीडिया पर एंबुलेंस का मुद्दा उठाया जा रहा है। हमने जांच के आदेश दे दिये हैं। यदि कोई दोषी पाया गया तो उसे बख्शा नहीं जाएगा। सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।'
समाजवादी पार्टी सुप्रीमो अखिलेश यादव ने इस मुद्दे पर यूपी के सीएम योगी पर तंज कसते हुए कहा कि बीजेपी के लिए 'बुलडोजर' जरूरी है, लेकिन जनता के लिए एंबुलेंस नहीं।
फिलहाल महिला की हालत स्थिर है और मामले की जांच चल रही है।