Ayodhya: राम मंदिर आंदोलन के प्रमुख सूत्रधार और भाजपा के पूर्व सांसद डॉ. रामविलास वेदांती का 75 वर्ष की आयु में मध्य प्रदेश के रीवा में निधन हो गया, जहाँ वे कथा कर रहे थे। उनके निधन से अयोध्या और संत समाज में शोक की लहर है, और उनका पार्थिव शरीर अयोध्या लाया जा रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित कई नेताओं ने शोक व्यक्त किया है, क्योंकि वेदांती जी ने राम मंदिर निर्माण के लिए संसद से लेकर सड़कों तक आवाज उठाई थी।
डॉ. रामविलास वेदांती, जो राम मंदिर आंदोलन के प्रमुख नेताओं में से एक थे और हनुमानगढ़ी के महंत अभिराम दास के शिष्य भी थे, का निधन रीवा में हो गया। वे कुछ दिनों से अस्वस्थ थे और रीवा में एक कथा के दौरान उनकी तबीयत बिगड़ी, जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वेदांती ने अयोध्या से सांसद रहते हुए राम मंदिर निर्माण के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी और हाल ही में उन्होंने अयोध्या की सड़कों का नामकरण राम-सीता से जुड़े नामों पर करने की मांग भी की थी।
मुख्य बातें:
निधन: डॉ. रामविलास वेदांती का निधन 15 दिसंबर 2025 को हुआ।
आयु: उन्होंने 75 साल की उम्र में अंतिम सांस ली।
स्थान: मध्य प्रदेश के रीवा में इलाज के दौरान उनका निधन हुआ।
भूमिका: राम मंदिर आंदोलन के एक बड़े चेहरे और अयोध्या से पूर्व सांसद थे।
शोक: उनके निधन पर अयोध्या, संत समाज और राजनीतिक जगत में शोक है; सीएम योगी ने संवेदनाएं व्यक्त की हैं।
पार्थिव शरीर: उनका पार्थिव शरीर अयोध्या लाया जा रहा है।