गुजरात के दाहोद में वैष्णव समुदाय की महिलाओं ने होली रसिया कार्यक्रम में पूरी रात फूल और फगवा प्रसाद के साथ नाचते और गाते हुए होली मनाई। इस कार्यक्रम में 300 से ज्यादा महिलाओं ने हिस्सा लिया। इस दौरान फूलों की पंखुड़ियों की बारिश की गई और फागुन के महीने और होली के त्योहार से जुड़े गीत गाए गए।
लोगों का मानना है कि पलाश के पेड़ के फूलों से निकाले गए रंग और होली के उत्सव में इस्तेमाल होने वाला फगवा प्रसाद न सिर्फ पारंपरिक हैं बल्कि औषधि के तौर पर भी इसे इस्तेमाल किया जा सकता है। दाहोद में लोग बसंत पंचमी के तुरंत बाद होली मनाना शुरू कर देते हैं, जिससे ये त्योहार 40 दिनों तक चलता है।