Breaking News

8:00 बजे स्नान, फिर क्रूज पर सवार होकर नमो घाट पहुंचेंगे पीएम मोदी, नामांकन का शेड्यूल जारी     |   मुंबई: होर्डिंग हादसे के मृतकों के परिजनों के लिए CM शिंदे ने किया 5-5 लाख रुपये की मदद का ऐलान     |   पंजाब के लिए AAP ने जारी की स्टार प्रचारकों की लिस्ट, मनीष सिसोदिया का भी नाम शामिल     |   लोकसभा चुनाव के चौथे चरण के लिए मतदान जारी, शाम 5 बजे तक 62.31 फीसदी वोटिंग     |   वायरल वीडियो पर तेज प्रताप ने दी सफाई, कहा- वो शख्स बीच में आकर धक्का दे रहा था     |  

MP: बच्चों से भीख मंगवाकर महिला ने कमाए 2 लाख 50 हजार रुपये, पुलिस ने किया गिरफ्तार

Indore: मध्य प्रदेश के इंदौर में एक 40 साल की महिला ने अपनी आठ साल की बेटी और दो बेटों को इंदौर की सड़कों पर भीख मांगने के लिए मजबूर करके केवल 45 दिनों में 2.5 लाख रुपये कमाए हैं। एक गैर सरकारी संगठन ने दावा किया कि महिला का परिवार, जो शहर में भीख मांगने में शामिल लगभग 150 लोगों के ग्रुप का हिस्सा है, के पास राजस्थान में जमीन और दो मंजिला घर है। 'प्रवेश' एनजीओ प्रशासन के साथ मिलकर इंदौर को भिखारी मुक्त शहर बनाने के लिए काम कर रहा है। 

एनजीओ की अध्यक्ष रूपाली जैन ने कहा, "लव-कुश चौराहे पर कार्रवाई करके हमने इंद्रा बाई नाम की एक महिला रेस्क्यू किया, उसके साथ उसकी आठ साल की बच्ची भी थी। इस महिला के पांच बच्चे हैं। दो बच्चों उन्होंने राजस्थान के इलाके में रख-रखे हैं और तीन बच्चों के साथ ये यहां पर पूरे परिवार के साथ भीख मांगती थी। लव-कुश चौराहे पर इन्होंने डेरा बना रखा है। वहीं से हमने इसको रेस्क्यू किया। कई सारी जानकारियों और खुलासा हुआ है कि कैसे भिक्षावृत्ति का व्यापार फलफूल रहा है। इस महिला से सात दिन की कमाई भिक्षावृत्ति से 19, 200 रुपये इसके प्राप्त हुए। बच्ची को हमने सीडब्ल्यूसी को सौंपा है। महिला को जेल भेजा जा चुका है।"

जैन के मुताबिक, इंद्रा ने उन्हें बताया कि उसने पिछले 45 दिन में भीख मांगकर ढाई लाख रुपये कमाए, जिनमें से एक लाख रुपये उसने अपने सास-ससुर को भेज दिए, 50,000 रुपये बैंक खाते में जमा किए और 50,000 रुपये सावधि जमा योजना (एफडी) में निवेश किए। महिला का कहना है कि उज्जैन में महाकाल कॉरिडोर बनने के बाद भीख मांगने से उसके परिवार की कमाई बढ़ गई। ऐसा इसलिए क्योंकि धार्मिक नगरी की तरफ जाने वाले ज्यादातर श्रद्धालुओं की गाड़ियां इंदौर के लव-कुश चौराहे के ट्रैफिक सिग्नल पर रुकती हैं। 

जैन ने कहा कि इंद्रा बाई के पांच बच्चों में से दो बच्चे राजस्थान में हैं और वो तीन बच्चों के साथ इंदौर में भीख मांग रही थी। उन्होंने बताया कि इंद्रा की आठ साल की बच्ची को बाल कल्याण समिति की निगरानी में रखा गया है। जैन ने कहा कि महिला के दो लड़के भीख मांगने वालों को पकड़ने वाली टीम को देखकर भाग गए, जिनकी उम्र नौ और 10 साल है। बाणगंगा थाने के सब इंस्पेक्टर ईश्वरचंद्र राठौड़ ने बताया कि भीख मांगने के दौरान पकड़े जाने के बाद इंद्रा ने कथित तौर पर उग्र बर्ताव किया और गैर सरकारी संगठन की एक महिला कार्यकर्ता से नोकझोंक की।

उन्होंने बताया कि इंद्र को सीआरपीसी की धारा 151 (संज्ञेय अपराध होने से रोकने के लिए की जाने वाली एहतियातन गिरफ्तारी) के तहत गिरफ्तार किया। राठौड़ ने बताया कि महिला को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय ने इंदौर समेत 10 शहरों को भिखारी मुक्त बनाने के लिए एक पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया है। इंदौर के डीएम आशीष सिंह ने कहा, "हमने शहर में भीख मांगने को मजबूर बच्चों को बचाने का लक्ष्य रखा है। बच्चों को भीख मांगने पर मजबूर करने वाले गिरोहों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जा रही है।"