मुंबई में कांदिवली के रहने वाले पैंसठ साल के उमेश जाधव करीब पचास सालों से डाक टिकट, पिक्चर पोस्ट कार्ड समेत कई अनूठी चीजें जमा कर रहे हैं। जाधव जब पंद्रह साल के थे, तब उन्होंने डाक टिकट जमा करना शुरू किया। केंद्र सरकार की नौकरी से बतौर अफसर रिटायर हो चुके जाधव का ये शौक आज भी जिंदा है। उनके कलेक्शन में करीब चार लाख डाक टिकट और अस्सी हजार पिक्चर पोस्ट कार्ड समेत कई नायाब चीजें शामिल हैं।
अपने अनूठे कलेक्शन की जाधव कई जगह एग्जिबिशन लगाकर अनेक मेडल जीत चुके हैं। जाधव का शौक उनके लिए जुनून की तरह है। अपने कलेक्शन को बढाने के लिए वो आज भी नए डाक टिकटों की तलाश में रहते हैं।