Karwa Chauth: करवा चौथ के नजदीक आते ही उत्तर भारत के बाजार गुलजार हैं। महिलाएं हाथों पर मेहंदी रचाने के लिए दुकानों पर उमड़ रही हैं। साथ ही वे सजने-संवरने के लिए सौंदर्य प्रसाधन, चूड़ियां, सुंदर कपड़े और दूसरे जरूरी सामान खरीद रही हैं।
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में, महिलाएं बताती हैं कि वे चांद दिखने तक निर्जला व्रत रखेंगी और अपने जीवनसाथी की लंबी उम्र की कामना करेंगी। ये व्रत सुबह निर्जल होता है, बिना पानी के और हम लोग जब चांद को देख लेते हैं, उसके बाद ही व्रत तोड़ते हैं। पति की पूजा की जाती है। चंद्रमा की की जाती है और भगवान की की जाती है।”
वाराणसी के बाजारों में भी करवा चौथ की खरीदारी करने वालों की भीड़ है। परंपराओं के मुताबिक वे भी अच्छे कपड़े पहनने की तैयारी में हैं। खूबसूरत मेहंदी डिजाइनों की तलाश में मेहंदी बनाने वालों के पास महिलाओं की कतार लगी है। मेंहदी कलाकारों का कहना है कि इस साल कमल शैली के डिजाइन की ज्यादा मांग है।
महिलाओं का कहना है कि अब करवा चौथ का त्योहार मनाने वालों की संख्या बढ़ गई है। इससे बाजारों में भी भारी भीड़ होने लगी है।
करवा चौथ प्रेम और विवाह के पवित्र बंधन का त्योहार है। इस दौरान महिलाओं का उत्साह और बाजारों की रौनक देखने लायक होती है, इस साल करवा चौथ 10 अक्टूबर को मनाया जा रहा है।