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कैलिफोर्निया से कैथल लौटा युवक, ट्रंप सरकार की कार्रवाई से अमेरिकी नागरिक बनने का सपना टूटा

हरियाणा के कैथल में रहने वाले संदीप 2023 में डंकी रूट से अमेरिका गए थे। संदीप को अमेरिका भेजने के लिए उनके परिवार ने जमीन बेचकर एजेंट को पैसे दिए थे। डंकी मारकर अमेरिका पहुंचने के तुरंत बाद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। संदीप ने बाद में शरण के लिए आवेदन किया और कैलिफोर्निया में रहने लगे। कुछ समय बाद अप्लाई करने के बाद उन्हें वर्क परमिट मिल गया। 

लेकिन शरण को लेकर उनकी याचिका को खारिज कर दिया गया। ट्रंप सरकार के हालिया आदेश के बाद कार्रवाई करते हुए उन्हें कैलिफोर्निया से वापस भारत भेज दिया गया है। संदीप ने बताया कि उन्हें विमान में बिठाया गया और एक फरवरी को हरियाणा वापस भेज दिया।

कैथल में अपने घर पर मीडिया से खास बातचीत में संदीप ने बताया, "मैं डंकी के रास्ते से गया था। अमेरिका में सीमा पार करने के बाद, सीमा पुलिस ने मुझे गिरफ्तार कर लिया। चार दिनों के बाद मुझे रिहा कर दिया गया। मैंने असाइलम के लिए आवेदन किया और वहां काम करना शुरू कर दिया। 160 दिनों के बाद वर्क परमिट मिल गया। ड्राइविंग लाइसेंस भी बनवा लिया। सब कुछ ठीक था। लेकिन असाइलम याचिका को बाद में खारिज कर दिया गया। मैंने फिर से अपील की। ​​लेकिन 20 नवंबर को मुझे गिरफ्तार कर लिया गया। उन्होंने कहा कि मुझे 10 दिनों के बाद रिहा कर दिया जाएगा। इसके बजाय 72 दिनों के लिए हिरासत में रखा गया और बाद में डिपोर्ट कर दिया।"

संदीप के परिवार ने अपनी दो एकड़ जमीन बेच दी और एजेंट को उसके अमेरिका जाने के लिए 42 लाख रुपये दिए। बेटे के घर वापस लौटने पर संदीप की मां ने कहा कि वे खुश है कि वो सुरक्षित वापस आ गया। संदीप पंजाब और हरियाणा के उन युवाओं में शामिल है जिनका अमेरिकी नागरिक बनने का सपना टूट चुका है। अमेरिका में राष्ट्रपति का पद संभालने के साथ ही डोनाल्ड ट्रंप ने अवैध तरीके से रह रहे लोगों को डिपोर्ट करने का आदेश दिया था।