केंद्रीय इलेक्ट्रानिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शनिवार को मोबाइल उद्योग के प्रतिनिधियों से मुलाकात की। इंटरनेट मीडिया एक्स पर एक पोस्ट के जरिये जानकारी देते हुए वैष्णव ने कहा कि भारतीय मोबाइल उद्योग ने तेजी से विकास का अनुभव किया है। उन्होंने बताया कि बीते नौ वर्षों के दौरान घरेलू मोबाइल उद्योग के आकार में 20 गुना की वृद्धि रही है।
पिछले वर्ष 3.5 लाख करोड़ के मोबाइल फोन का प्रोडक्शन पिछले वित्त वर्ष यानी अप्रैल 2022 से मार्च 2023 के दौरान देश में 3.5 लाख करोड़ रुपये मूल्य के मोबाइल फोन का प्रोडक्शन हुआ है। इस समय सैमसंग, एपल समेत कई ग्लोबल ब्रांड भारत में मोबाइल फोन की मैन्यूफैक्चरिंग कर रहे हैं। गूगल भी भारत में मोबाइल फोन मैन्यूफैक्चरिंग शुरू करने की बात कह चुकी है।
एपल के अनुबंध निर्माता - फॉक्सकॉन (Hon Hai), पेगाट्रॉन, और अब टाटा समूह, जिसने 125 मिलियन डॉलर में विस्ट्रॉन प्रोडक्शन लाइनों का अधिग्रहण किया 2024 की शुरुआत में प्रारंभिक प्रक्रिया शुरू करने की अटकलें हैं। रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया है कि एपल अपने परिचालन को कम कर सकता है ताइवान स्थित प्रतिभूति रिसर्चर ने कहा कि 2024 तक झेंग्झौ में फॉक्सकॉन और चीन में ताइयुआन में क्रमशः 35-45% और 75-85% की वृद्धि होगी।