भारतीय किसान यूनियन (उग्रहान) ने शुक्रवार को कहा कि वे पंजाब सरकार की बुलाई बैठक में हिस्सा नहीं लेगी। बीकेयू (उग्रहान) के अध्यक्ष जोगिंदर सिंह उग्रहान ने कहा, "सवाल है कि क्या इन हालात में किसानों को हिरासत में लेना उचित है? इस बात की क्या गारंटी है कि जिन्हें बातचीत के लिए बुलाया गया, बाद में उन्हें गिरफ्तार नहीं किया जाएगा? इसलिए हमने फैसला किया है कि हम बैठक में भाग नहीं लेंगे।"
संयुक्त किसान मोर्चा ने गुरुवार को बताया था कि पंजाबह सरकार ने उन्हें कृषि मंत्री गुरमीत सिंह खुद्दियान के साथ बात करने के लिए शुक्रवार को बुलाया है। बैठक में आने के लिए बीकेयू (उग्रहान) को भी न्योता दिया गया था। संयुक्त किसान मोर्चा के 26 मार्च को पंजाब विधानसभा की ओर मार्च करने के आह्वान से पहले ही न्योता दिया गया था।
संयुक्त किसान मोर्चा और बीकेयू (उग्रहान) शंभू और खनौरी सीमा पर किसानों के साल भर चले विरोध का हिस्सा नहीं थे। दोनों पंजाब और हरियाणा के बीच में हैं। संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनैतिक) और किसान मजदूर मोर्चा (केएमएम) ने पिछले साल फरवरी से आंदोलन तेज कर दिया था। बुधवार को पुलिस ने दोनों सीमाओं पर से किसानों को हटा दिया।