Breaking News

पंजाब के लिए AAP ने जारी की स्टार प्रचारकों की लिस्ट, मनीष सिसोदिया का भी नाम शामिल     |   लोकसभा चुनाव के चौथे चरण के लिए मतदान जारी, शाम 5 बजे तक 62.31 फीसदी वोटिंग     |   वायरल वीडियो पर तेज प्रताप ने दी सफाई, कहा- वो शख्स बीच में आकर धक्का दे रहा था     |   हैदराबाद से बीजेपी प्रत्याशी माधवी लता ने लगाया वोटिंग में गड़बड़ी का आरोप     |   महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में तीन नक्सली मारे गए     |  

राहुल गांधी की वो ‘हरकत’ जिसे प्रणब दा ने बताया था कांग्रेस के ताबूत में आखिरी कील

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने 2013 में एक अध्यादेश की प्रति को फाड़ दिया था. राहुल की इस हरकत पर काफी विवाद हुआ था. बीजेपी ने इसे मुद्दा बनाया था. राहुल के इस व्यवहार पर पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी स्तब्ध थे. उन्होंने कहा था कि यह घटना कांग्रेस के लिए ताबूत में आखिरी कील साबित हुई. प्रणब मुखर्जी की बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी ने अपनी किताब प्रणब, माई फादर: ए डॉटर रिमेम्बर्स में राहुल गांधी की इस हरकत का जिक्र भी किया है और विस्तार से बताया है कि प्रणब मुखर्जी घटना से कितने नाराज थे.

शर्मिष्ठा ने लिखा, प्रणब मुखर्जी घटना से स्तब्ध रह गए थे. बहुत दिनों के बाद मैंने अपने पिता को इतना क्रोधित होते देखा. उनका चेहरा लाल हो गया था. किताब के मुताबिक, प्रणब मुखर्जी ने कहा था कि राहुल गांधी को गांधी-नेहरू परिवार से होने का घमंड है, लेकिन उनमें उनके जैसा राजनीतिक कौशल नहीं है. प्रणब ने यह भी कहा था कि वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में यह घटना (अध्यादेश की प्रति फाड़े जाने की घटना) कांग्रेस के लिए ताबूत में आखिरी कील साबित हुई.

पुस्तक में दावा किया गया है कि प्रणब ने कहा था कि राहुल गांधी शायद राजनीति के लिए नहीं हैं. शर्मिष्ठा मुखर्जी ने लिखा, उनके पिता ने उनसे कहा था कि राहुल गांधी में करिश्मे और राजनीतिक समझ की कमी एक समस्या पैदा कर रही है. जब ये घटना हुई थी तब प्रणब मुखर्जी देश के राष्ट्रपति थे. 2012 से 2017 तक वह इस पद पर रहे.