अधिकारियों ने बताया कि गाजा में इजरायली कार्रवाई के खिलाफ विरोध प्रदर्शन की आशंका को देखते हुए श्रीनगर की ऐतिहासिक जामिया मस्जिद में लगातार तीसरे शुक्रवार को सामूहिक नमाज की अनुमति नहीं दी गई। शहर के नौहट्टा इलाके की भव्य मस्जिद पर ताला लगा हुआ है और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए आसपास सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं।
मीरवाइज उमर फारूक के नेतृत्व वाले हुर्रियत कॉन्फ्रेंस ने कहा कि ऐतिहासिक जामिया मस्जिद को बार-बार बंद किया जाना "जम्मू कश्मीर की स्थिति और इसकी नाजुक सामान्य स्थिति को दर्शाता है"। इसमें कहा गया कि कश्मीरी, फिलिस्तीन के लोगों पर लगे प्रतिबंधों के बावजूद उनके साथ खड़े हैं।
हुर्रियत ने कहा कि युद्ध से कभी शांति नहीं खरीदी जा सकती। इससे केवल विनाश होता है और अधिक अविश्वास, असुरक्षा और क्रूरता पैदा होती है। हुर्रियत के अनुसार "गाजा में हजारों बच्चों को बमबारी करके मार डाला गया है। अस्पतालों और घरों को जमींदोज किया जा रहा है। फिलिस्तीनियों पर लगातार हमला जारी है, जोकि मानवता पर एक धब्बा। जो लोग मानवाधिकारों और स्वतंत्रता के चैंपियन होने का दावा करते हैं या तो इसका समर्थन कर रहे हैं या चुप हैं।"