दिल्ली में एक बार फिर से वहीं मंजर नजर आ रहा है जो साल 2021 में देखने को मिला था. वहीं किसान, वही मुद्दे और ठीक वैसा ही आंदोलन. इस बार जहां किसान पूरी तैयारी के साथ आंदोलन करने जा रहे हैं तो इन्हेंरोकने के लिए सरकार भी पूरी तरह से तैयार है. आंदोलन के ऐलान के बाद ही दिल्ली से सटी सीमाओं को सील कर दिया गया है. चप्पे-चप्पे पर पुलिसकर्मी तैनात किए हैं
इस बीच खाप के अध्यक्ष दादा बलजीत सिंह मलिक का बड़ा बयान सामने आया है. उनका कहना है कि इस प्रकार के आंदोलनों में असामाजिक तत्व पनपते हैं, और यही असामाजिक तत्व बाद में बड़ी-बड़ी आपराधिक घटनाओं को अंजाम देते हैं. उन्होंने कहा कि ऐसे आंदोलनों में असामाजिक और अपराधिक तत्व घुस जाते हैं, जो आंदोलन की आड़ में गैरकानूनी काम को अंजाम देते हैं.