राजस्थान के कोटा से एक और मामला सामने आया है जिसमें तनाव के चलते 18 साल के छात्र ने मंगलवार को सुसाइड कर लिया है. इस तरह यह महीने का चौथा और इस साल का 22वां सुसाइड का मामला है. छात्र की पहचान बिहार के गया निवासी बाल्मीकि जांगिड़ के रूप में हुई है. इस तरह एक बार फिर एंट्रेंस कोचिंग हब में छात्रों की मौत को सुर्खियों में ला दिया है.
कोटा पुलिस के मुताबिक मंगलवार रात करीब 9 बजे बिहार राज्य के गया के रहने वाले 18 साल के स्टूडेंट ने आत्महत्या कर ली. मृतक छात्र वाल्मीकि जांगिड़ है. वो कोटा में रहकर इंजीनियरिंग एंट्रेंस एग्जाम की तैयारी के लिए कोचिंग में पढ़ रहा था. घटना की पुष्टि डीएसपी हर्षराज खरड़ा ने की है. महावीर नगर थाना प्रभारी प्रमजीत पटेल ने बताया कि वाल्मीकि पिछले सत्र से कोटा में रहा था. फंदा लगाकर उसने आत्महत्या की है. पुलिस परिजनों की मोजूदगी में पोस्टमार्टम करवाएगी. पुलिस तफ्तीश में जुटी हुई है लेकिन अभी तक कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है.
वहीं इस मामले पर अब तक प्रशासन चुप्पी साधे हुए है. कोई भी ठीक से बोलने को तैयार नहीं है. हर बार सिर्फ एक ही बात को दोहराया जाता है कि परिजनों का छात्र के ऊपर एग्जाम पास करने का दबाव था. क्या राजस्थान सरकार की जवाबदेही नहीं बनती कि शिक्षा की नगरी कोटा में आए दिन बच्चे क्यों अपनी जिंदगी के साथ खेल रहे है? यह बात इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि इस साल में अब तक 22 छात्रों ने सुसाइड का रास्ता अपनाया है.