बाल झड़ने की समस्या अब सिर्फ उम्र बढ़ने की निशानी नहीं रही। आज युवा वर्ग भी तेजी से गंजेपन का शिकार हो रहा है। इसी कारण हेयर ट्रांसप्लांट की मांग तेजी से बढ़ी है। मगर, हाल ही में कुछ मामलों में यह प्रक्रिया जानलेवा भी साबित हुई है। ऐसे में सवाल उठता है — क्या हेयर ट्रांसप्लांट वाकई सुरक्षित है? और किन लोगों के लिए यह खतरनाक हो सकता है?
हेयर ट्रांसप्लांट क्या है?
हेयर ट्रांसप्लांट एक सर्जिकल प्रक्रिया है जिसमें सिर के पीछे या अन्य हिस्सों से बालों की जड़ों (फॉलिकल्स) को निकालकर गंजे हिस्से में लगाया जाता है।
मुख्य दो तकनीकें...
- FUT (Follicular Unit Transplantation): एक स्ट्रिप निकालकर बालों की ग्राफ्टिंग की जाती है।
- FUE (Follicular Unit Extraction): बालों की जड़ें एक-एक करके निकाली जाती हैं और फिर ट्रांसप्लांट की जाती हैं।
किन लोगों के लिए हो सकता है जानलेवा?
हालांकि आमतौर पर यह एक सुरक्षित प्रक्रिया मानी जाती है, लेकिन कुछ मामलों में यह गंभीर जटिलताएं पैदा कर सकती है, यहां तक कि मौत भी। खतरा बढ़ सकता है यदि...
- प्रक्रिया बिना योग्य सर्जन द्वारा की जाए
- लो-ग्रेड क्लीनिक में संक्रमण फैल जाए
- मरीज को पहले से हृदय या ब्लड प्रेशर संबंधी रोग हो
- एलर्जी या एनेस्थीसिया का रिएक्शन हो
- जरूरत से ज्यादा ग्राफ्ट्स एक साथ ट्रांसप्लांट किए जाएं
कब है यह प्रक्रिया सुरक्षित?
- मरीज की पूरी मेडिकल जांच की जाए
- सर्जरी क्वालिफाइड डर्मेटोलॉजिस्ट या प्लास्टिक सर्जन से करवाई जाए
- प्रक्रिया से पहले ब्लड प्रेशर, शुगर, एलर्जी की जांच जरूरी है
- सर्जरी के बाद क्लीनिक द्वारा उचित एंटीबायोटिक और देखभाल दी जाए