मशहूर कोरियोग्राफर और निर्माता-निर्देशक फराह खान गुरुवार को 60 साल की हो गई हैं। फराह तीन दशक से ज्यादा समय से बॉलीवुड के साथ जुड़ी हैं और सबसे कामयाब और असरदार शख्सियत में एक मानी जाती हैं। फराह का जन्म नौ जनवरी, 1965 को मुंबई में हुआ था। उन्होंने 1992 में फिल्म "जो जीता वही सिकंदर" से कोरियोग्राफर के रूप में अपना करियर शुरू किया। फिर "दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे," "कुछ कुछ होता है" और "दिल तो पागल है" समेत कई कामयाब फिल्मों में उनका हुनर देखने को मिला।
उनकी कोरियोग्राफी पारंपरिक भारतीय नृत्य शैलियों और आधुनिक शैलियों का मिश्रण होती है। इस अनूठी शैली की काफी तारीफ हुई और लोगों ने उसे दिल से अपनाया। कोरियोग्राफर के रूप में कामयाबी के बाद फराह ने फिल्म निर्देशन में कदम रखा। पहली बार उन्होंने 2004 में फिल्म "मैं हूं ना" का निर्देशन किया। इसमें शाहरुख खान, सुनील शेट्टी और सुष्मिता सेन थे। इसके बाद उन्होंने "ओम शांति ओम" और "हैप्पी न्यू ईयर" जैसी कई कामयाब फिल्मों का निर्देशन किया। हाई-एनर्जी डांस नंबर, मजाकिया संवाद और यादगार किरदार उनकी फिल्मों की खासियत होते हैं।
अपने करियर में फराह ने भारतीय फिल्म उद्योग के कई नामी-गिरामी शख्सियत के साथ काम किया। इनमें शाहरुख खान, सलमान खान, आमिर खान और दीपिका पादुकोण शामिल हैं। उन्होंने मारिया केरी और काइली मिनोग जैसे अंतरराष्ट्रीय कलाकारों के साथ भी काम किया है। शानकार काम के लिए फराह को कई पुरस्कार और नामांकन मिले हैं। उन्होंने सर्वश्रेष्ठ कोरियोग्राफी के लिए कई फिल्मफेयर पुरस्कार जीते और सर्वश्रेष्ठ निर्देशक के लिए नामांकित हुईं। फिल्म "दिल तो पागल है" में उन्हें सर्वश्रेष्ठ कोरियोग्राफी का राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार भी मिला।
फराह ने फिल्म संपादक और निर्देशक शिरीष कुंदर से शादी की। उनके तीन बच्चे हैं - जार, दिवा और आन्या। फराह खान की गर्मजोशी और हर किसी का ख्याल रखने के आदत उन्हें लोगों का चहेता बनाती है। भारतीय सिनेमा में फराह खान का योगदान अतुलनीय है। वे नए कोरियोग्राफरों, निर्देशकों और अभिनेताओं के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं।