दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर स्थित RAU'S IAS स्टडी सेंटर के बेसमेंट में डूबने से तीन यूपीएससी छात्रों की मौत का मुद्दा सोमवार को संसद के दोनों सदनों में उठा। सत्ता पक्ष और विपक्ष के सांसदों ने देश की राजधानी में हुए इस हादसे को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए अत्यधिक चिंता व्यक्त की। सांसदों ने पार्टी लाइन से हटकर कोचिंग संस्थानों में पढ़ने वाले और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्रों की सुरक्षा का मुद्दा उठाया। उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने कोचिंग सेंटरों के व्यावसायीकरण की आलोचना करते हुए अखबारों में उनके लगातार विज्ञापनों पर प्रकाश डाला। धनखड़ ने कहा कि यह बेहद दुखद घटना है। कोचिंग आज व्यापार बन गया है, जब भी हम अखबार पढ़ते हैं, तो पहले एक या दो पन्ने उनके विज्ञापनों के होते हैं।
जगदीप धनखड़ ने कहा मुझे लगता है कि देश के युवा अवलोकन को पोषित करने की जरूरत है, साथ ही मुझे लगता है कि कोचिंग अब वस्तुत: व्यापार बन चुका है। मैं नियम 176 के तहत अल्पकालिक चर्चा या नियम 180 के तहत ध्यानाकर्षण प्रस्ताव रखना उचित समझता हूं। इसके लिए मैं अपने कक्ष में शून्यकाल शुरू होने से ठीक पहले पार्टियों के नेताओं से विचार-विमर्श करूंगा। उन्होंने कहा, 'छात्रों द्वारा कई शिकायतें की गईं। एक छात्र ने 26 जून को ही शिकायत की थी कि RAU'S IAS के बेसमेंट में बिना अनुमति और एनओसी के छात्रों की क्लास चल रही है। 9 जुलाई को इसी बिल्डिंग को फायर डिपार्टमेंट ने स्टोरेज के लिए एनओसी दे दिया. क्या निरीक्षण किए बिना ही एनओसी दे दी गई.. जानबूझकर बच्चों के जान को खतरे में डाला गया है। ये आपराधिक कृत्य है. इतनी बड़ी घटना हो गई पर दिल्ली के मुख्यमंत्री की तरफ से एक शब्द नहीं आया, सिर्फ उनके वजन घटने की खबर आती है।
धनखड़ इस मुद्दे पर सभी संसदीय दलों के नेताओं के साथ बैठक भी करेंगे।