Breaking News

पेरू में Gen Z प्रदर्शनकारियों की लीमा में पुलिस से झड़प     |   पीएम मोदी आज शाम 5 बजे देश को करेंगे संबोधित, GST सुधारों पर दे सकते हैं जानकारी     |   चंबा-पठानकोट NH पर हादसा, रावी नदी में गिरी कार, एक इंटर्न डॉक्टर की मौत     |   दिशा पाटनी के घर फायरिंग मामला: बरेली पुलिस ने मुंबई पुलिस को एक्ट्रेस की सुरक्षा के बारे में अलर्ट रहने का दिया निर्देश     |   चुनाव आयोग ने तमिलनाडु की 42 पार्टियों का पंजीकरण किया रद्द     |  

वह एक "कमजोर प्रधानमंत्री" हैं, H-1B वीजा मामले में कांग्रेस ने पीएम मोदी पर साधा निशाना

नई दिल्ली: कांग्रेस ने अमेरिका द्वारा एच-1बी वीजा पर एक लाख डॉलर (88 लाख रुपये) का शुल्क लगाए जाने के बाद शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा और दावा किया कि वह एक "कमजोर प्रधानमंत्री" हैं। पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने जुलाई, 2017 में 'एक्स' (उस समय के ट्विटर) पर किए गए अपने एक पोस्ट को साझा करते हुए प्रधानमंत्री को निशाने पर लिया। उस पोस्ट में भी कांग्रेस नेता ने प्रधानमंत्री मोदी पर "कमजोर प्रधानमंत्री" होने का आरोप लगाया था।

लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष ने शनिवार को दावा किया, "मैं इस बात को दोहराता हूं, भारत के पास एक कमजोर प्रधानमंत्री हैं।" अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ‘कुछ गैर अप्रवासी कामगारों के प्रवेश पर रोक’ संबंधी सरकारी आदेश पर शुक्रवार को हस्ताक्षर किए। इस फैसले के तहत उन कामगारों के अमेरिका में प्रवेश पर रोक लगाई जाएगी, जिनके एच1बी आवेदन के साथ एक लाख अमेरिकी डॉलर का भुगतान नहीं किया गया होगा। उधर, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने प्रधानमंत्री मोदी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि "गले लगना और मोदी-मोदी के नारे लगवाना" विदेश नीति नहीं है।

उन्होंने यह भी कहा कि विदेश नीति में राष्ट्रीय हितों को सर्वोच्च रखना चाहिए और किसी से मित्रता को विवेक और संतुलन के साथ आगे बढ़ाना चाहिए। खरगे ने 'एक्स' पर पोस्ट किया, "नरेंद्र मोदी जी, आपके जन्मदिन पर फोन कॉल के बाद आपको जो जवाबी तोहफा मिला है, उससे भारतीय नागरिकों को दुख होता है। यह आपकी "अबकी बार, ट्रंप सरकार" की ओर से जन्मदिन का जवाबी तोहफा है।"

उन्होंने दावा किया कि एच -1बी वीजा पर एक लाख डॉलर वार्षिक शुल्क भारतीय तकनीकी कर्मचारियों को सबसे अधिक प्रभावित करने वाला है, क्योंकि एच-1बी वीजा धारकों में से 70 प्रतिशत भारतीय हैं। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, "50 प्रतिशत टैरिफ पहले ही लगाया जा चुका है, अकेले 10 क्षेत्रों में भारत को 2.17 लाख करोड़ रुपये का नुकसान पहले से ही अनुमानित है। अमेरिका का "हायर" अधिनियम भारतीय आउटसोर्सिंग को लक्षित करता है। "

उनके मुताबिक, चाबहार बंदरगाह से छूट हटाई गई, जिससे भारत के रणनीतिक हितों को नुकसान होगा। खरगे ने कहा, "यहां तक कि यूरोपीय संघ से भारतीय वस्तुओं पर 100 प्रतिशत शुल्क लगाने का आह्वान भी किया गया। ट्रंप ने हाल ही में कई बार दावा किया कि उनके हस्तक्षेप से भारत-पाक युद्ध रुक गया।"

उन्होंने कहा, "भारतीय राष्ट्रीय हित सर्वोच्च हैं। गले मिलना, खोखले नारे, संगीत कार्यक्रम और लोगों से "मोदी, मोदी" के नारे लगवाना विदेश नीति नहीं है।" खरगे के अनुसार, विदेश नीति भारत के राष्ट्रीय हितों की रक्षा के बारे में है और भारत को प्रथम रखते हुए, मित्रता को विवेक और संतुलन के साथ आगे बढ़ाना होगा उन्होंने कहा, "इसे सतही दिखावे तक सीमित नहीं किया जा सकता, जिससे हमारी दीर्घकालिक स्थिति कमजोर होने का खतरा है।"

लोकसभा में कांग्रेस के उप नेता गौरव गोगोई ने कहा, "एच1-बी वीजा पर हालिया फैसले से अमेरिकी सरकार ने भारत के सर्वश्रेष्ठ और प्रतिभाशाली दिमागों के भविष्य पर प्रहार किया है।" उन्होंने कहा, "मुझे अभी भी पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की निर्भीकता याद है, जब अमेरिका में एक भारतीय महिला राजनयिक का अपमान किया गया था।" गोगोई ने दावा किया कि अब प्रधानमंत्री मोदी की रणनीतिक-चुप्पी और सिर्फ दिखावे की तरकीब अपनाना भारत और उसके नागरिकों के राष्ट्रीय हित के लिए बोझ बन गया है।