नोएडा पुलिस ने मंगलवार को यूट्यूबर एल्विश यादव को नोटिस भेजकर रेव पार्टियों में सांप के जहर के संदिग्ध इस्तेमाल की जांच में शामिल होने के लिए कहा है। एक अधिकारी ने कहा कि पुलिस ने उन पांच लोगों की रिमांड के लिए भी आवेदन किया है जिन्हें मामले में गिरफ्तार किया गया था और न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था। रियलिटी शो बिग बॉस के विजेता एल्विश यादव पर रेव पार्टियों के लिए सांप के जहर के संदिग्ध इस्तेमाल को लेकर नोएडा पुलिस ने मामला दर्ज किया है।
नोएडा के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि मामले में चल रही जांच में शामिल होने के लिए यादव को आपराधिक प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 41 के तहत एक नोटिस भेजा गया है। अधिकारियों ने सोमवार को कहा कि एक उप-निरीक्षक, जो स्थानीय सेक्टर 49 पुलिस स्टेशन का प्रभारी भी था, जहां एफआईआर दर्ज की गई थी, उन्हें इस जांच से हटा दिया गया है। अब इस मामले की जांच दूसरे पुलिस थाने को दे दी गई है।
पुलिस ने कहा कि वे पूरे प्रकरण में यादव की भूमिका की जांच कर रहे हैं। एल्विश यादव तीन नवंबर को घटनास्थल पर नहीं मिले थे। 26 वर्षीय यूट्यूबर ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों का खंडन किया है और पुलिस जांच में सहयोग करने की बात कही है।
यह मामला पशु अधिकार समूह पीएफए (पीपुल्स फॉर एनिमल्स) के एक अधिकारी की शिकायत पर दर्ज किया गया था। पीएफए अध्यक्ष और बीजेपी नेता मेनका गांधी ने यादव पर अवैध रूप से सांप का जहर बेचने में शामिल होने का आरोप लगाया है और उनकी तत्काल गिरफ्तारी की मांग की है।
चार नवंबर को यादव को राजस्थान के कोटा में पुलिस ने पूछताछ के लिए उस समय कुछ देर के लिए रोका था, जब वह अपने दोस्तों के साथ कार में यात्रा कर रहे थे, लेकिन पूछताछ के बाद जल्द ही उन्हें छोड़ दिया गया था।