मेरठ के चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी के छात्रावास में वाराणसी के छात्र के सुसाइड मामले ने तुल पकड़ लिया है। पुलिस प्रशासन ने हंगामा करने वाले में 25 छात्रों पर मुकदमा दर्ज हुआ है। छात्र की डेडबॉडी को पोस्टमार्टम से रोकने और कैम्पस में हंगामा व विरोध प्रदर्शन करने पर पुलिस ने 25 छात्रों के खिलाफ मेडिकल थाने में मुकदमा किया है। 5 छात्र नेताओं पर नामजद और 25 छात्रों पर अज्ञात में मुकदमा लिखा गया है।
आपको बता दें कि दो दिन पहले सर छोटूराम इंजीनियर कॉलेज में बीटेक आइटी फाइनल ईयर के छात्र प्रशांत पांडे ने हॉस्टल रूम में फांसी लगा ली थी। इसके बाद छात्रों ने कैम्पस में हंगामा किया। 2 घंटे तक विवि में छात्र हंगामा करते रहे। छात्र नेता अक्षय बैंसला, हर्ष ढाका, प्रशांत चौधरी, रोहित नैनपुर, शान मोहम्मद पर नामजद मुकदमा हुआ है। साथ ही 25 छात्रों पर अज्ञात में मुकदमा हुआ है। इन सभी छात्र नेताओं ने मंगलवार को कैम्पस में छात्र की डेडबॉडी नहीं उठने दी। प्रदर्शनकारियों का आरोप था कि छात्रावास में छात्रों की समस्याओं का समाधान नहीं हो रहा। मृतक प्रशांत पांडे की भी चार विषयों में बैक आई थी इसलिए उसने यह घातक कदम उठाया। कहा था कि विवि प्रशासन छात्रों के करियर से खिलवाड़ कर रहा है।
वही वीसी प्रो. संगीता शुक्ला हॉस्टल में छात्रों से मिलने पहुंची। वीसी ने छात्रावास में जाकर छात्रों से बात कर काउंसिलिंग भी की। लेकिन अब पुलिस प्रशासन इस मामले में सख्त हो गया है और हंगामा करने वाले आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है।