ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज स्टीव स्मिथ आगामी बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में रविचंद्रन अश्विन के खिलाफ मजबूत रणनीति बनाना चाहते है, ताकि उनकी गेंदों पर सावधानी से खेला जा सके। 2020-21 सीरीज के दौरान भारतीय स्पिनर अश्विन ने स्मिथ को तीन बार आउट किया था और बाद में 2023 में भारतीय ऑफ स्पिनर ने ऑस्ट्रेलियाई को दो बार आउट किया। वो अपने पुराने प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ सिर्फ 22 रन ही बना सके।
स्मिथ ने सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड से कहा, "मुझे ऑस्ट्रेलिया में ऑफ-स्पिन पर आउट होना पसंद नहीं है। लेकिन वो बहुत अच्छा गेंदबाज भी है और वो अच्छी प्लानिंग के साथ आया है। ऐसे कई मौके आए, जब वो मुझ पर हावी हो गया।"
उन्होंने कहा, "लेकिन फिर मैं एससीजी में उस पर हावी हो गया, जब मैं थोड़ा ज्यादा एक्टिव था। (स्मिथ ने सिडनी में 131 और 81 रन बनाए)। इसलिए, मेरे लिए ये काफी अहम है। बस उनके खिलाफ एक्टिव रहें और उन्हें मैदान में पैर न जमाने दें। जिस तरह वो चाहते हैं गेंदबाजी करना, उस हिसाब से उन्हें करने न दें।"
अश्विन का ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट गेंदबाजी औसत 42.15 है, जबकि घरेलू मैदान पर उनका औसत 21.57 है। स्मिथ को उम्मीद है कि 38 साल के खिलाड़ी पर पहला झटका देकर वो 22 नवंबर से पर्थ में शुरू होने वाली पांच मैचों की सीरीज में शुरुआती बढ़त हासिल कर लेंगे। तमिलनाडु के इस खिलाड़ी ने हाल ही में कहा कि स्मिथ के खिलाफ शुरुआती संघर्ष के बाद उन्होंने उनका सामना किया है।
अश्विन ने चैनल सेवन से कहा, "मुझे लगता है कि मैंने समझ लिया है कि वो क्या करते है या कैसे बल्लेबाजी करते हैं, मैं उनसे बेहतर हूं। मैंने उन पर दबाव बनाया है। लेकिन स्मिथ ने इस पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया।"
स्मिथ ने आगे कहा, "पिछले कुछ सालों में अश्विन और मेरे बीच काफी दिलचस्प मैच हुआ है। जब आपके पास पांच मैच होते हैं, तो अगर कोई दूसरे खिलाड़ी पर हावी हो जाता है, तो उसके खिलाफ 10 पारियां हो सकती हैं। इसलिए, आप हर मैच में मानसिक चुनौतियों का सामना कर रहे होते हैं और अगर शुरुआत में ही सब कुछ एकतरफा हो जाता है, तो वे उस खिलाड़ी के खिलाफ दबाव महसूस करेंगे।"