जय शाह ने रविवार को आधिकारिक तौर पर अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद, यानी आईसीसी अध्यक्ष के रूप में कामकाज शुरू कर दिया। ये वैश्विक क्रिकेट प्रशासन में नया अध्याय है। इससे पहले जय शाह बीसीसीआई सचिव थे। वे ग्रेग बार्कले की जगह ली। बार्कले नवंबर 2020 से इस पद पर काबिज थे।
आईसीसी अध्यक्ष का पदभार संभालने पर जय शाह ने अपनी सोच बताई। उन्होंने लॉस एंजेलिस में 2028 होने वाले ओलंपिक खेलों में क्रिकेट को शामिल करने और आईसीसी का विस्तार करते हुए महिलाओं के विकास पर जोर दिया। जय शाह के पास क्रिकेट प्रशासन का लंबा अनुभव है। पहली बार वे 2009 में गुजरात क्रिकेट एसोसिएशन में शामिल हुए और अहमदाबाद में दुनिया का सबसे बड़े क्रिकेट स्टेडियम बनाने में अहम भूमिका निभाई।
2019 में जय शाह भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड, यानी बीसीसीआई के सबसे कम उम्र के मानद सचिव बने। वे इस पद पर आईसीसी का पदभार संभालने तक बने रहे। जय शाह ने एशियाई क्रिकेट परिषद के अध्यक्ष के रूप में भी काम किया। उन्होंने आईसीसी की वित्त और वाणिज्यिक मामलों की समिति की अध्यक्षता करते हुए प्रमुख क्रिकेट संगठनों के संचालन में अपनी कुशलता का परिचय दिया।
जय शाह का कार्यकाल वैश्विक क्रिकेट के लिए अहम मौकों और चुनौतियों के बीच शुरू हो रहा है। लॉस एंजेलिस में 2028 में होने वाले ओलंपिक में क्रिकेट को शामिल करने से नए दर्शकों तक पहुंच बन सकती है। टेस्ट, वनडे और टी20 जैसे प्रारूपों के एक साथ प्रबंधन में संतुलन और विकास बनाए रखने के लिए रणनैतिक नेतृत्व की जरूरत होती है।