कर्नाटक के बेंगलुरू में रविवार को मुंबई और मध्य प्रदेश के बीच सैयद मुश्ताक अली टी20 क्रिकेट ट्रॉफी का फाइनल खेला जाना है। मुंबई की फॉर्म देखकर लोग उसे भले ही खिताब का मजबूत दावेदार मान रहे हों लेकिन उलटफेर करने की मध्य प्रदेश की टीम की काबिलियत को भी हर कोई जानता है।
मुंबई को पसंदीदा टीम का टैग काफी हद तक उसकी शानदार बल्लेबाजी यूनिट के दम पर मिला है। उसके बल्लेबाज विरोधी टीम के सामने बड़ा लक्ष्य रखने और बड़े लक्ष्य का पीछा करने की कूबत रखते हैं। कप्तान श्रेयस अय्यर, सूर्यकुमार यादव, शिवम दुबे और पृथ्वी शॉ की मौजूदगी वाली इस लाइन-अप में अजिंक्य रहाणे बल्ले से उनकी अगुआई कर रहे हैं।
रहाणे इस बार के टूर्नामेंट के आठ मैचों में 170 के स्ट्राइक रेट से 432 रन बनाकर सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज़ हैं। इसमें पांच अर्धशतक शामिल हैं। नंबर तीन पर श्रेयस ने सुनिश्चित किया है कि रहाणे की दी गई धमाकेदार शुरुआत उनकी तेज़ पारियों की वजह से बर्बाद न हो।
श्रेयस ने अब तक आठ मैचों में 189 की स्ट्राइक रेट से 329 रन बनाए हैं। उनकी कोशिशों ने पृथ्वी शॉ और सूर्यकुमार यादव के निराशाजनक प्रदर्शन को छुपा दिया है। टीम की बैटिंग बेहतरीन नजर आ रही है लेकिन मुंबई के फ्रंटलाइन गेंदबाजों को मध्य प्रदेश के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन करना होगा।
कप्तान रजत पाटीदार की अगुवाई में मध्य प्रदेश की टीम इस कमजोरी का फायदा उठा सकती है जो मुंबई के लिए चिंता का सबब होगी। मुंबई की टीम 2022 के बाद दूसरा खिताब जीतना चाहेगी। पाटीदार खुद इस टूर्नामेंट में तीसरे सर्वाधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी हैं। उन्होंने 183 की स्ट्राइक रेट के साथ चार अर्द्धशतकों सहित 347 रन बनाए हैं।
मध्य प्रदेश को पहली बार सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी जिताने के लिए उन्हें फाइनल में भी अहम रोल निभाना होगा। इससे पहले मध्य प्रदेश की टीम 2010-11 सीजन में फाइनल में पहुंची थी।
आईपीएल में 23.75 करोड़ रुपये की कीमत पाने वाले ऑलराउंडर वेंकटेश अय्यर ने भी निचले मध्यक्रम में दमदार पारियां खेलकर औप अपनी मध्यम गति की गेंदबाजी से छह महत्वपूर्ण विकेट लेकर मध्य प्रदेश को अच्छी पोजीशन में पहुंचाया है। वेंकटेश टूर्नामेंट में 162 के औसत से अब तक 210 रन जोड़ चुके हैं।