Breaking News

लोकसभा चुनाव 2024 के चौथे चरण में दोपहर 1 बजे तक 40.32% मतदान     |   ग्वालियर में रिटायर्ड जवान ने तीन लोगों को गोली मारी, बिजली का तार लगाने को लेकर हुआ था विवाद     |   सीबीएसई ने 10वीं के नतीजे घोषित किए     |   हेमंत सोरेन ने अपनी गिरफ्तारी को सुप्रीम कोर्ट में दी चुनौती, 17 मई को ​होगी सुनवाई     |   केजरीवाल को CM पद से हटाने की मांग वाली याचिका SC ने खारिज की, LG पर छोड़ा फैसला     |  

70 एकड़ में राम मंदिर और चारों ओर आयताकार परकोटा, 32 सीढ़ियां चढ़कर होंगे रामलला के दर्शन

22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम होनी है। उससे पहले मंदिर में तैयारियां जोरों पर है। बुधवार को श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय ने श्री राम जन्मभूमि मंदिर के मानचित्र का वर्णन किया।

उन्होंने वीडियो के माध्यम से पूरे मंदिर का नक्शा पेश किया। चंपत राय ने बताया- "मंदिर का निर्माण 70 एकड़ भूमि के उत्तरी भाग पर किया जा रहा है। यहां तीन मंजिला मंदिर बनाया जा रहा है। मंदिर के भूतल का काम पूरा हो चुका है, पहली मंजिल निर्माणाधीन है।"

राम मंदिर भव्यता के साथ भारतीय परंपरा एवं तकनीक का भी पर्याय है। यह जानकारी रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपतराय ने दी। वह रामजन्मभूमि परिसर के ही निकट स्थित रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र भवन में संवाददाताओं से वार्ता करते हुए राम मंदिर की विशिष्टताएं गिना रहे थे। उन्होंने बताया कि मंदिर निर्माण में लोहे का प्रयोग नहीं किया गया है और नींव के ऊपर कंक्रीट का भी प्रयोग नहीं किया गया गया है।

निर्माण की तकनीक की विशिष्टता नींव से ही निहित है। मंदिर की नींव चार सौ फीट लंबे एवं तीन सौ फीट चौड़े विशाल भूक्षेत्र पर मोटी रोलर कांपेक्टेड कंक्रीट की 14 मीटर मोटी कृत्रिम चट्टान ढाल कर की गई है। मंदिर की प्लिंथ 380 फीट लंबी एवं 250 फीट चौड़ी है तथा मंदिर के मुख्य शिखर की ऊंचाई 161 फीट है।