UP News: 18 माह से चले आ रहे 18 सौ बीघा शत्रु संपत्ति मामले ने एक बार फिर तूल पकड़ लिया है. बीते गुरुवार को एक महापंचायत की गई जिसमें सैकड़ों की तादाद में लोग इकट्ठा हुए जिसके बाद पीड़ित किसान और क्षेत्रीय नागरिकों ने तहसील मुख्यालय पर अनिश्चितकालीन धरना देने का एकमत से निर्णय लिया था.
जिसके बाद सैकड़ों की तादाद में एकत्रित हुए पीड़ित किसान और क्षेत्रीय नागरिकों ने जुलूस की शक्ल में केंद्र सरकार व प्रदेश सरकार तथा शासन प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए तहसील मुख्यालय घेराव किया और तहसील परिसर में अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए. 18 माह से चले आ रहे शत्रु सम्पत्ति विवाद आज पूनम पंडित धरना स्थल पर पहुंची पूनम पंडित ने कहा कि दो बार शत्रु संपत्ति मामले में पीड़ित किसान और क्षेत्रीय नागरिकों द्वारा किए गए धरने को झूठे आश्वासन देकर जिला व स्थानीय प्रशासन ने स्थगित कर दिया था.
जिला अधिकारी ने अन्य प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा आश्वासन दिया था कि जल्द ही इस मामले का निस्तारण कर दिया जाएगा लेकिन 18 माह बीत जाने के बादभी शत्रु संपत्ति मामले में पीड़ितों को राहत नहीं दी गई है पूनम पंडित का आरोप है कि हाई कोर्ट से जिले में स्थानीय प्रशासन को शत्रु संपत्ति क्षेत्र में आने वाली संपत्तियों को फर्द में चढ़ाए जाने के आदेशों के बावजूद इस मामले में जिले में स्थानीय प्रशासन ढुलमुल रवैया अपना रहा है पूनम पंडित ने कहा कि इस बार जब तक इस मामले का पूरी तरह से निस्तारण नहीं कर दिया जाएगा तब तक धरना जारी रहेगा